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कर्तरि कृत्
कर्तुरिष्टा-
कर्तृकरणयोः
 
कर्मणि द्वितीया
 
कलज्जपला.
 
कारकं चा-
कार
के
किमा
कृत्तिकाभ्यः
 
को धर्मः
 
कौशं बर्हिः
 
क्रयकीता तु
 
तुसजम्भ-
गोदोहन
 
गौश्वाश्वश्व
 
ग्रह संमाष्टि
 
ग्रहैजुहोति
 
ग्रावभिरभि
 
ग्रीष्मे राजन्यः
 
चमसेनापः
 
चशब्दः
 
चोदना चोप-
चोदनालक्षणः
 
चोदना वा गुणा.
 
चोदनैति
छागस्य वया
छेदनप्रोक्षणादि
 
ज्योतिगौंः
 
ज्योतिष्टोमेन
 
तरप्रकृतौ
 
तरफलभूता
तत्र चान्यान्यत्र चेति
 
तत्र श्रुतित्रिधा
 
तरसादृश्यम
 
तदन्यतद्विरु
 
वदाहु:
 

तनूनपा
तनूनपाद -
तमध्यापयीत
 
पा. सू. ३. ४. ६७.
 
पा. सू. २.३.१८
 
पा. सु. २.३ २.
 
आप ध. १. १७.२६.
 
तं. ३. ४.४० ( ९३३ पूना )
 
पा. सू. १. ४. २३.
 
पा. सु. ५.३.२५.
तै. ब्रा. ३. १. ४. १.
शा. भा. १.१.१ पृ. ९
 
आप. श्रौ. १. १६. २.
 
ता. बा. ९६.१.१०
 
तै. सं. ६. २. ११.४
तै. ब्रा. १. १. २. ७
आप. श्रौ. १.१५. ३.
 
श्लो. वा. सू. ५. पृ. २११
 
जै. सू. १. १. २.
 
जै. सू. २. २.६
 
शा. भा. १. १२. पृ. १२
of. श्राप. श्रौ. ७. २१. १
 
विधिर. व्या. २४.
 
"
 
" २१.
न्याय.. अङ्गनिर्णये ३.
 
तै. बा. १. ५. ११.
जै. सू. १.४.९.
तै. सं. २०६० १०.१०
 
तै. ब्रा०. ३० ५० १०
 
३३
 
१८३
 
१०, ३३, १२२
 
१०५
 
१७५
 
१२२
 
१२२
 
५१
 

 
५९
 
१०६
 
४१
 
७, ३१, १२३
 
१३९
 
१४०
 
१४०
 
* १३०, १३५
 
१०४
 
१२३
 
१३९
 

 

 
३१
 

 
१२८
 
५६
 
१९१
 
४६
 
११५
 
११२
 
२७
 
१६४
 
१६४
 
१५१
 
४९,९५
 
९३, १४५
 
१०४