2023-03-03 17:45:14 by dmraviteja
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50505
AAAA
AAAA
TAE
KASHI-SANSKRIT-SERIES
25.
( Mimānsā Section No 1)
125
॥ श्रीः ॥
श्रीमदापदेवकृतः
मीमांसान्यायप्रकाशः
'सारविवेचिनी' -व्याख्यया सहितः ।
( सपरिष्कृत-परिवर्द्धित-द्वितीयसंस्करणम् )
18.
प्रकाशकः
-
-
जयकृष्णदास - हरिदास गुप्त:-
चौखम्बा संस्कृत सीरिज आफिस,
विद्याविलास प्रेस, बनारस सिटी ।
मूल्यं ५ )
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-
FEBRUESTU NEP
८४४४४४४४४२
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KASHI-SANSKRIT-SERIES
25.
( Mimānsā Section No 1)
125
॥ श्रीः ॥
श्रीमदापदेवकृतः
मीमांसान्यायप्रकाशः
'सारविवेचिनी' -व्याख्यया सहितः ।
( सपरिष्कृत-परिवर्द्धित-द्वितीयसंस्करणम् )
18.
प्रकाशकः
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जयकृष्णदास - हरिदास गुप्त:-
चौखम्बा संस्कृत सीरिज आफिस,
विद्याविलास प्रेस, बनारस सिटी ।
मूल्यं ५ )
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FEBRUESTU NEP
८४४४४४४४४२