विश्व के सबसे बड़े संस्कृत ग्रन्थालय का निर्माण
संस्कृत ग्रन्थ दर्जनों जालक्षेत्र, हजारों पुस्तकों, और लाखों पाण्डुलिपियों में बिखरे हुए हैं। उनकी गुणवत्ता और उपयोगशैली व्यापक रूप से भिन्न होती है, और यह पता लगाने का कोई सरल उपाय नहीं है कि संस्कृत क्या-क्या प्रस्तुत करती है।
इसलिए अम्बुद संस्कृत ग्रन्थों का एक सम्पूर्ण ग्रन्थालय बना रहा है। हमारा ग्रन्थालय अभी छोटा है, परन्तु तीव्र गति से बढ़ रहा है। शीघ्र ही यह जगत का सबसे बड़ा संस्कृत ग्रन्थालय बन जाएगा।
सभी के लिए अभिगम्य
कैसा रहेगा यदि आप कहीं भी निःशुल्क संस्कृत पढ़ पाएँ? यदि अन्तर्जाल पर संस्कृत पढ़ना मज़ेदार हो? यदि आप अपनी मातृभाषा में संस्कृत ग्रन्थ इत्यादि सरलता से ढुण्ढ पाएँ?
अभी हमे बहुत आगे तक जाना है, और हमे यह ग्रन्थालय शीघ्रातिशीघ्र सबके लिए अभिगम्य बनाना है। अभी के लिए, आप हमारे जालस्थल को किसी भी उपकरण पर उपयोग कर सकते हैं।
कुशल प्रौद्योगिकी
पद विच्छेद एवं विश्लेषण। एकीकृत एकाधिक शब्दकोश समर्थन। विभिन्न लिपियों में लिप्यान्तरण। और भी बहुत कुछ। हमारा चतुर ग्रन्थालय संस्कृत को पहले से कहीं अधिक अभिगम्य बनाने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है।
पर हमारा काम बस आरम्भ ही हुआ है। हमने बहुत कुछ सोच रखा है : अनुवाद, भाष्य, सम्पूर्ण पदान्वेषण, और सम्पूर्ण कोष की आपस में गहरी परिसन्धि।
सभी के द्वारा, सभी के लिए
अम्बुद पूर्णतः स्वयम्सेवकों द्वारा चलाया जाता है, और हमे प्रसन्नता होगी यदि आप किसी भी रूप में हमारी सहायता करेंगे। अम्बुद के विकास में सहायक बनने के बारे में और जाने।
अम्बुद तीव्र गति से विकसित हो रहा है। नवीन सामग्री एवं सुविधाओं पर नियमित समाचार प्राप्त करने के लिए विपत्र-सूची में जुड़ें।
संस्कृत आपकी उङ्गलियों पर
यह तो बस आरम्भ है। अम्बुद का उपयोग करने के लिए आपका धन्यवाद।