This page has been fully proofread once and needs a second look.

संकीर्णश्लोकाः ।
 
यद्यपि चन्दनविटपी विधिना फलकुसुमवञ्चितो विहितः ।

निजवपुपैषैव परेषां तथापि संतापमपनयति ॥ ६७१ ॥

 
यद्यपि न भवति हानिः परकीयां चरति रासमें मेद्राक्षाम् ।..

असमञ्जसं च दृष्ट्वा तथापि खलु खिद्यते चेतः ॥ ६७२ ॥

 
यद्यपि भवति कुरूपो वस्त्रालंकारवेषपरिहीनः ।

सञ्जनसभोपविष्टो राजति विद्याधिकः पुरुषः ॥ ६७३ ॥

 
यद्यपि रटति सरोषं मृगपतिपुरतोऽपि मत्तगोमायुः ।

तदपि न कुप्यति सिंहो विशेषपुरुषेषु कः कोपः ॥ ६७४ ॥

 
यद्यपि विधिवैगुण्यात् सिंह: पतितोऽपि दुस्तरे कूपे ।

तदपि हि वाञ्छति सततं करिकुम्भविदारणं मनसा ॥ ६७५ ॥

 
यद्येतत्प्रोमवि<flag></flag>मदिन्दुयुतिनिचयभृतो न स्युरम्भोजनेत्राः
 
G
 
१८३
 

प्रेङ्खत्काञ्चीकलाप्राःपाः स्तनभर विनैविनमन्नामिताङ्गास्, तरुण्यः ।

तत् संसारादसारादु पर परतमुनयः प्राप्नुवन्त्युत्तमां द्याम्
 

आयासैर्व जिताङ्गा विकसित हृदया मोक्षमार्गं व्रजन्ति ॥ ६७६ ॥

 
यद् वंशो विशदो यदङ्गमगदं यद् यावदिच्छं धनं

यत्सौजन्यमभङ्कुरं यदनघं शीलं यदर्ध्यघ्यं यशः ।
त्]

<flag></flag>त्
पत्नीसुवरत्नसूर्य दमिता प्रज्ञा सभाचातुरी
 
यहू व
 

<flag></flag>
चायुर्विपुलं तदीश सकलं त्वद्भक्तिवहयाः फलम् ॥ ६७७ ॥

 
यद् वक्त्रं
मुहुरीक्षसे न धनिनां ब्रूषे न चाटुं मृषा

नैषां गर्वगिरः शृणोषि न पुनः प्रत्याशया धावसि ।
 
671
 
EsN111 (112) ; RASB G7747 N107 ; I N103 ( 104 ) ; Bik3280 N125;
 
BORI329 N95 (90 ) ; Jod1 N109 ; Pun2101 N111 (112) ; NS1 N110 (113).
 
BIS. 5278. Subhāsh. 123; Sp. 995; SRB. p. 237. 41 ( Bhattaditya); SBH.
 
793 ( Bhattadityaka ) ; SR.K. p. 205. 5, p. 218.21 ( Sp.) ; ST. 18.6; Kāvyamīmāhsa
4. ( Gaekwar Or Series I, ( p. 80 ) ; VS. 281 ( Bhattāditya ) ; āryāsaptaśatl_of
Govardhans. 487 ( KM. 1. p. 197 ) ; SK. 3. 246; SSV 558; SMV 9. 14.
 
672 Meh N64.
 
BIS. 5281. Subhash 296; Sp. 1026; SRB. p. 241. 137 ;
P. 2101 ( Sphutasloka.).
 
SRK.
 
673 NS1 Ś4; Bik3287 N extra5. — SHV. f. 31b.101.
 
") विरूपो. ent)
तदपि सभाजनमध्ये भ्राजति etc.; SK. 6. 199; SG. f. 17a ; SSD. 2. f. 108b; SSV. 746.
674 BORI329 N114 (109 ) ; HU2145 N28 ( 20 ). SR.B. p. 229. 17;
 
SA. 27. 14; Alamkāraśekhara of Keśavamiśra 9. ( K.M. 50, p. 25 ) ; SK. 3. 197;
 
SKM. 22. 4 ( p. 86 ) ; SG.
 
676 Bik3287 $34. ( cf. 97 ).
 
677 BORI328 V131 ( 125 ) ; SMV. 25.6.
BIS. 5292 (2394 ). Santis 1 14 in Haeb. 412.
Kavyakal, and Satakāv. 23. Kuvalayananda 110 (89); SRB. p. 233. 119; SDK;
 
678 Es V extra 2.
 
SG. f. 18b; SSD. 2. f. 102b.
 
675
 
CN107 (108) ; BORI326 N107 (108),
 
f. 14& ; SSD. 2. f. 36&; SMV. 28 5; SKG f. 21b.