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जीर्णा एव मनोरथाः
 
भर्तृहरिसुभाषितसंग्रहे
 
मनोरथाः
स्वहृदये यातं च तद् यौवनं
 

हन्ताङ्गेषु गुणाश् च वन्ध्यफलतां याता गुणज्ञैर्विना ।

किं युक्तं सहसाभ्युपैति बलवान् कालः कृतान्तोऽक्षमी
 

आ ज्ञातं मदनान्तकाडिङ्घ्रियुगलं मुक्त्वास्ति नान्या गतिः ॥ २४९॥

 
ज्ञानं सतां मानमदादिनाशनं केषांचिदेतन् मदमानकारणम् ।

स्थानं विविक्तं यमिनां विमुक्तये कामातुराणामतिकामकारणम् ॥२५० ॥

 
तावन् महत्त्वं पाण्डित्यं कुलीनत्वं विवेकिता ।

यावज् ज्वलति नाङ्गेषु हतः पञ्चेपुषुपावकः ॥ २५१ ॥
 
249 {V} Om. in A F1 GVs2387 BORI329 Punjab 2101 and NS2.
Missing in Y7. " ) J जीर्णान्येव. (CS ( except X Y 3 ; 17 missing ) मनोरथाश्च;
 
Eot. v. 2 'रथाः सु-; J स्थानि (for 'रथाः स्व ). Estt. ot. F1 I जातं; Ec व्याप्तं ( for यातं).
Ea H जरां; E0.3–5 Hat जरा ; I तथा ; Ji न तद् ; G1 M. 2 तु तद् ( for च तद् ). - 0 ) Fa
 
हीनांगेषु. Hic.3 विंध्यफलतां; J2. 3 वंद्यफलतां; X (G1 Mi - + मे विफलतां. E3. I जाता;
F2. 1 प्राप्ता; J3 यात्रा- ( for याता). 1) गुणैर्येर
 
c ) 10 किं युक्तिं ; X व्यक्तं तत्; G० युक्तं तत्
 
G5
 
( for किं युक्तं ). II2 Y3 Gal Me [ अ ] भ्युपैति; Ms [ अ ] प्युपैति
 
Jat 3 बलवत्-
Est कामः;
 
F2 काले ( for काल:). I: हि सर्वं कृतं; o हि सर्वातकृद् X कृतेर्थेक्षमी; X 3 हि लोकांतकृत् (for
 
·
 
कृतान्तोऽक्षमी). – 4) B ( B2 by corr. ) Jit X2 Y 1-6. TG1.15 M1 2 3 हा ज्ञातं ( Ba
1m.v. न ज्ञातं ) ; C मुक्त्वैकं; D नाज्ञातं; Eo. 2. 4 ह्याज्ञानं; D3 W2t. 3. + ह्यज्ञानं ; P2 तज्ज्ञानं; F3
W1.20 न ध्यातं ; + यज्ज्ञानं; F5 अज्ञातं ; II I ( orig. ) J2 X 2 ह्याज्ञातं; I ( by corr.), नो ज्ञातं;
X1 हाः सातं; Y1 G 3 ह्यज्ञातं ; X 3 भो ज्ञातं; G2 ह्यज्ञानान्; Mi. 5 हा ध्यातं ( for आ ज्ञातं which
is found in Hic. 3c Jic. 3 ) . B C D F3.4m.v.! H I मधुसूदना ; E F 2. Hac.v.3c.v. J Ya
 
Fs
 
त्रिपुरांतका DE5Y1. 3 युगुलं; H JI -कमलं. C दीनस्य; D Eo. 2 J3 मुक्तास्ति; 2 मुक्तेस्तु;
Jat मुक्तासि; Ys त्यक्त्वास्ति ( for मुक्त्वाति ). C कान्या ( for नान्या).
 
BIS. 2425 (976) Bhartr ed Bohl. 3. 83. Haeb 78. lith ed. II. 84, III. 79.
 
Galan 81.
 

 
0
 
250 {V } Found in A C D E F4; BVB5 V107 ( extra ) [ Also GVS 2387
V 82 ; BORI326 $79; BORI 329 and Punjab 2101 V73; BORI 328 V 97 (95);
Jodhpur 3 V95 (94) ; Punjab 697 V 90; Ujjain6414 584; NS1 V98; NS2
V76 (75) ; NS 3 V 118 ( extra ).]
ज्ञान - ( for मान- ). C - मदादिवारणं; Fit.v. मदाविनाशनं; BVB5 मदस्य नाशनं. * ) c
अंतर् (for एतन्). – 2) C D F4 अपि (for अति-).
 
a.
 
a ) I'1 (m.v. as in text ) यातं ( for ज्ञानं ). D
 
BIS.
 
2150 (4089 ) Bhartr. lith ed. II. 3. 83; Ss. 14.16.
 
251*
 
हुतः; हुत-;
( for - पावकः).
 
{5} Om. in BORI329 GVS 2387 and Adyar XXIX-E-2.
 
Ya
 
missing.
 
6 ) B1 F2 कुलिनन्वं; Ho. 1.5 X 1. 20 Y 1 विवेकत्वं; G+ विवेकित्वं ( for कुलीनत्वं ).
 
A 2 B2 D E 3 F2 H3t I Jie W1.2 X2t GM विवेकता; Do 1.5 X 1.20 Y1 G4 कुलीनता;
 
Tabe
 
W
 
Jat विवेकिनां; M3 विपाकता (for विवेकिता ). – ° ) A2 कुलति ( for ज्वलति ).
नागेषु (for नाङ्गेषु ). – 4 ) Ao.1 ( by corr.
4 )
M3
स्वतः; इताः; M1, 5
 
Fo
 
Wa
 
Eo Xit Ys
Ao.1 (by corr. ) . 2.30 B2 ID F13HI X Y1 हंत ; B1F1Y8
 
ततः ( for
 
ga:).
 
इतः ). A3M 1, 5 सायक: ; Ms - पावकाः