2023-02-16 14:50:12 by ambuda-bot
This page has not been fully proofread.
वैराग्यश्लोकाः ।
को वा वीचिषु बुहुदेषु च तडिल्लेखासु च स्त्रीषु च
ज्वालाग्रेषु च पन्नगेषु च सरिद्वेगेषु च प्रत्ययः ॥ १८२ ॥
अग्रे गीतं सरसकवयः पार्श्वतो दाक्षिणात्याः
पृष्ठे लीलावलयरणितं चामरग्राहिणीनाम् ।
यद्यस्त्येवं कुरु भवरसाखादने लम्पटत्वं
नो चेच् चेतः प्रविश सहसा निर्विकल्पे समाधौ ॥ १८३ ॥
किं कन्दाः कन्दरेभ्यः प्रलयमुपगता निर्झरा वा गिरिभ्यः
प्रध्वस्ता वा तरुभ्यः सरसफलभृतो वल्कलिन्यश् च शाखाः ।
वीक्ष्यन्ते यन् मुखानि प्रसभमुपगतप्रश्रयाणां खलानां
दुःखोपात्ताल्पवित्तस्मयवशपवनानर्तितभ्रूलतानि ॥ १८४ ॥
७३
BIS. 4982 (2256) Bhartr. ed. Bohl. 3. 05. Haeb 63 lith ed. I. 67, II. 57.
Galan 59; SK 7 17; SSD 4. f. 30b.
a
183 2 ) S पार्श्व ( G 1 M2 पक्ष ) योर् ( for पार्श्वतो ). I's दाक्षिणात्य : ; Is दाक्षिणांत्यः;
J दक्षिणात्यः (J2 (ख्यः ). - 2) Eot कष्टे; J2 3 S ( except X Y 3 ) पश्चाल ( for पृष्ठे ).
" ) A3 F2.5 Y‡ 'स्त्वेवं; F1.3 Y1 - 0 M1 °ध्येवं; J1 X 3 स्येवं ( for 'स्त्येवं). C लंपटत्वे;
W2.3 लंपटस्त्वं.
BIS. 77 ( 23 ) Bhartr. ed. Bohl. III.67. Hacb 65. lith ed. I. 63. Galan 61;
Sp. 4176 ( Bh.); SRB. p. 375 245 ( Bh. ); SBH. 3467; SDK 5.55 5 ( p. 316,
Utpalarāja); SRK. p. 92. 10 (Bh.); Alamkararatnākara 471; SK. 7. 18; SU.
1054 ( Bh. ).
T2
3
.
184* Om.in BOR1 326. F2 substitutes किं द्वारा. " ) D वासाः ( for कन्दाः).
B2 किंकरेभ्य: ; M 1.5 काननेभ्यः ( for कन्दरेभ्य: ). E5 It J1 निर्जरा; W+ निर्धरा (for
निर्झरा). C
गुहाभ्यः; J2.3 X दरिभ्यः ( for गिरिभ्यः ). 4 ) F1 प्रक्रांता; F3 प्रभ्रष्टा ( for
प्रध्वस्ता). X 3 गिरिभ्यः ( for तरुभ्यः ). वल्कले (E: °लि ) भ्यश्च शाखा:.
J1 वल्कलिं
न्यस्तशाखाः; T: वल्कलिन्यः शशांकाः – °) CF I J1Go M4 वीक्षंते यन्; H10.30 ईक्ष्यंते यन्;
W वीक्ष्यं (W: 'क्षं ) त्येवं ( Wit वीक्षन्नेवं ). F15 Hıc. 3 W Y 27.8 T G1.6M 1. 3
"भमपगत; "भमुपह* ; J2.3 °भमुपहताः;
2 X भमुखगत; X 1.16 G2.3 °भमुपरत-; Y3
'भसमगत-; M2 °भमवगत; M+ भमुपगता.
J 2 X 2 प्रत्रयाणां. . ±) A CF3. दुःखोपां-
ताल्प- [ Ao. 1 com. दुःषै जिणरौ अंत आवै ]; Y4.6 T दुःखाप्त ( Y+ 'त्त ) स्वल्प-; X1 दुःखेनोपात्त.
Eot F 1 - चित्त - ( for -वित्त ). Est -विषपवना ; : वशपवनोनू-; गतपवना; W1. 2.4
Get -परपवना; M4
B1
5
Y7
Y1.4 - 4 T G5 M3 -पवनवशा; W3 Y2.3 G1.4 M1.25 पवनवशान्;
-परवशता (for -वशपवना - ). B12 (orig. ) F+ -भ्रूलतानां;
Y3 -भ्रूतलानि.
BIS. 1725 (665) Bhartṛ. ed. Bohl. 3. 26. Haeb. and Galan 23. lith. ed. I.
24, II. 62; SRB. p. 97. 14; SRK. p. 78 4; SSD. 2. £ 138a Cf. Santiśataka 4. 3.
१० भ. सु.
को वा वीचिषु बुहुदेषु च तडिल्लेखासु च स्त्रीषु च
ज्वालाग्रेषु च पन्नगेषु च सरिद्वेगेषु च प्रत्ययः ॥ १८२ ॥
अग्रे गीतं सरसकवयः पार्श्वतो दाक्षिणात्याः
पृष्ठे लीलावलयरणितं चामरग्राहिणीनाम् ।
यद्यस्त्येवं कुरु भवरसाखादने लम्पटत्वं
नो चेच् चेतः प्रविश सहसा निर्विकल्पे समाधौ ॥ १८३ ॥
किं कन्दाः कन्दरेभ्यः प्रलयमुपगता निर्झरा वा गिरिभ्यः
प्रध्वस्ता वा तरुभ्यः सरसफलभृतो वल्कलिन्यश् च शाखाः ।
वीक्ष्यन्ते यन् मुखानि प्रसभमुपगतप्रश्रयाणां खलानां
दुःखोपात्ताल्पवित्तस्मयवशपवनानर्तितभ्रूलतानि ॥ १८४ ॥
७३
BIS. 4982 (2256) Bhartr. ed. Bohl. 3. 05. Haeb 63 lith ed. I. 67, II. 57.
Galan 59; SK 7 17; SSD 4. f. 30b.
a
183 2 ) S पार्श्व ( G 1 M2 पक्ष ) योर् ( for पार्श्वतो ). I's दाक्षिणात्य : ; Is दाक्षिणांत्यः;
J दक्षिणात्यः (J2 (ख्यः ). - 2) Eot कष्टे; J2 3 S ( except X Y 3 ) पश्चाल ( for पृष्ठे ).
" ) A3 F2.5 Y‡ 'स्त्वेवं; F1.3 Y1 - 0 M1 °ध्येवं; J1 X 3 स्येवं ( for 'स्त्येवं). C लंपटत्वे;
W2.3 लंपटस्त्वं.
BIS. 77 ( 23 ) Bhartr. ed. Bohl. III.67. Hacb 65. lith ed. I. 63. Galan 61;
Sp. 4176 ( Bh.); SRB. p. 375 245 ( Bh. ); SBH. 3467; SDK 5.55 5 ( p. 316,
Utpalarāja); SRK. p. 92. 10 (Bh.); Alamkararatnākara 471; SK. 7. 18; SU.
1054 ( Bh. ).
T2
3
.
184* Om.in BOR1 326. F2 substitutes किं द्वारा. " ) D वासाः ( for कन्दाः).
B2 किंकरेभ्य: ; M 1.5 काननेभ्यः ( for कन्दरेभ्य: ). E5 It J1 निर्जरा; W+ निर्धरा (for
निर्झरा). C
गुहाभ्यः; J2.3 X दरिभ्यः ( for गिरिभ्यः ). 4 ) F1 प्रक्रांता; F3 प्रभ्रष्टा ( for
प्रध्वस्ता). X 3 गिरिभ्यः ( for तरुभ्यः ). वल्कले (E: °लि ) भ्यश्च शाखा:.
J1 वल्कलिं
न्यस्तशाखाः; T: वल्कलिन्यः शशांकाः – °) CF I J1Go M4 वीक्षंते यन्; H10.30 ईक्ष्यंते यन्;
W वीक्ष्यं (W: 'क्षं ) त्येवं ( Wit वीक्षन्नेवं ). F15 Hıc. 3 W Y 27.8 T G1.6M 1. 3
"भमपगत; "भमुपह* ; J2.3 °भमुपहताः;
2 X भमुखगत; X 1.16 G2.3 °भमुपरत-; Y3
'भसमगत-; M2 °भमवगत; M+ भमुपगता.
J 2 X 2 प्रत्रयाणां. . ±) A CF3. दुःखोपां-
ताल्प- [ Ao. 1 com. दुःषै जिणरौ अंत आवै ]; Y4.6 T दुःखाप्त ( Y+ 'त्त ) स्वल्प-; X1 दुःखेनोपात्त.
Eot F 1 - चित्त - ( for -वित्त ). Est -विषपवना ; : वशपवनोनू-; गतपवना; W1. 2.4
Get -परपवना; M4
B1
5
Y7
Y1.4 - 4 T G5 M3 -पवनवशा; W3 Y2.3 G1.4 M1.25 पवनवशान्;
-परवशता (for -वशपवना - ). B12 (orig. ) F+ -भ्रूलतानां;
Y3 -भ्रूतलानि.
BIS. 1725 (665) Bhartṛ. ed. Bohl. 3. 26. Haeb. and Galan 23. lith. ed. I.
24, II. 62; SRB. p. 97. 14; SRK. p. 78 4; SSD. 2. £ 138a Cf. Santiśataka 4. 3.
१० भ. सु.