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वैराग्यश्लोकाः ।
 
न नटा न विटा न गायना न परद्रोहनिबद्धबुद्धयः ।
नृपसद्मनि नाम के वयं स्तनभारानमिता न योषितः ॥ १६५ ॥
 
अर्थानामीशिषे त्वं वयमपि च गिरामीश्महे यावदित्थं
 
शूरस् त्वं वाग्मिदर्पज्वरशमनविधावक्षयं पाटवं नः ।
सेवन्ते त्वां धनान्धा मतिमलहतये मामपि श्रोतुकामा
मय्यप्यास्था न ते चेत् त्वयि मम सुतरामेष राजन् गतोऽस्मि ॥ १६६॥
परेषां चेतांसि प्रतिदिवसमाराध्य बहुधा
 
प्रसादं किं नेतुं विशसि हृदय क्लेशकलिलम् ।
 
६५
 
165
 

 
Om in F1. H order abdc. " ) Y2 न विटा न नटा. B D E5 F2 JS
न गायका ( Yr को ); F3 न च गायका; Hit. 2 (orig. ). 3t न विगायना. — ) 1) Fs विरुद्ध ; H
.
-कृतैक; X -निविष्ट ( for निबद्ध - ). X चेतसः ( for बुद्धयः ) . ( F3 न च सभ्येतरपक्षपातिनः;
F2. 4 J_W_Y_T G_M (generally ) न च (Gat हि) सभ्येतरवाद ( W1.9 सभ्येतरवादि; Y3
सभ्यांतरवाद) चुंचवः (F2, + J3 W2c X2. 3G1. + -चंचवः; W 1 - चंचुव:; Wat. 3 - चंचल:). ")
A3 C F2 4 J S नृपमीक्षि ( Y2°प वीक्ष; Get . प वीक्षि) तुमत्र; 15 नृपसंसदि नाम; H
- S 1
नृपसद्मसु नाम; It नृपसद्मनि गंतुं. Wit केवलं (for के वयं ). – ") E कुच - ( for स्तन - ). B
D F2 I - भारोन्नमिता; Get -भारानुमिता. F3 न च ( for न ). H योषिता; X: योषिताः.
 

 
IS 3310 (1406) Bhartr. ed. Bohl. and Haeb. 3. 57. lith. od. 148, 11.26.
Galan 52. Satakāv. 103. Subhāsh 311 ; SRB p. 80. 30; SRH 40. 37 ( BL.); SRK.
p. 246.43 (Sphutasloka, var. ) ; SK 6 257; SM 913; SSV. 895.
 

 
c. )
BJat 3
[
 
[ इत्थं
 
166 Om. in. NS2, GVS 2387 (probably on missing fol. in original).
D आर्थानाम् W3 ईशसे; X ईश्वरस्. Y.5 अतुल- (for अपि च ). X गिरामीश्वरा.
Y1. ±−0 G2, 3.5_M1.2 °दिच्छं; W Y2.7.8 'I' G+ M3-5 °दर्थ ; G 1 °दिधी: (corrupt ).
and इच्छं are difficult to distinguish in most N MSS.]. -- 0 ) I त्वं शूरो; J1.2t
W+ सूरस्त्वं. B C F3-5 I J S ( except W1) वादिदर्प; 1) वाङ्मयसर्प-; 2 वाददर्प• Ba
J1.2 Y7.8 -ज्वरदमन-; C F+ T
Es
व्युपशमन; ज्वरमतुल; J3 -ज्वरमदन;
Ms - ज्वरमथन-
शूर त्वं
 
फाटवान्नः•
 
( for -ज्वरशमन- ). Lo [ अ ] क्षवं; J3 [ अ ]क्षया; X [अ] क्षयः. W2t. 3. पाटवं ते; X 1
- 0 ) H मदांधा; W Y 2. 4 - 8 T G+ 5 धनाढ्या; M4.5 धनार्था:. Y3 अतिविमल
धियो; G1 मतिमलगतये; M1 गतमलमतयो; M2 मतिमलगतयो; Mi 5 सुविमलर ( M5 °म ) तयो.
A Est.4t I मामिह; J10 मां प्रति; X [s] स्मानपि ( for मामिह ). 13 श्रोतुकामं - 4 ) C
मय्यस्त्यास्था; G1 M1. 2 मय्यप्याशा.
G1 M1.2 मय्यप्याशा. CF 2. 3 X Y2.
CF2. 3 X Y 2. 3 न चेत्ते ; I 1 न तत्त्वे ; G3 न
Gst न ते च.
 
E
 
मय्य (Eo मान-; 2 माना-; E5 माम) प्यास्थानमेतत् ; H3 मय्यास्थानं न ते चेत्. S ( except Y3 )
नि ( T3 न ) तराम् ( for सुतराम् ). A3 नैष; W Y2. 1 –8 Tht GM2-5 एव; Y3 Mi नास्ति ( for
एष ). B2 M2 राजन्गतोस्मिन्; Eo. 2. 80.5 राजन्गतोसि; J राजानतोस्मि; Wt राजन्गतासीत्; Wo
राजन् आगतोस्मि; Y3M 1 चिंतापि राजनू; Yo. 8 Tit M3 राजन्ननास्था; M+5 राजन्गताः स्मः.
 
BIS. 606 (220) Bhartr. od. Bohl. Hacb lith ed. ITL. 3. 53. lith ed. I. 44,
II. 30. Galan 49. Satakāv. 103. Subhāsh. 311; SRB. p. 81. 48; SBH. 3474.
167 ) A विधिवत् 202 ( and Ec ) बहु हा; Est
च मुधा;
F‡ (m.v.
as in text) विधिना (for बहुधा ). Js दिवसमारा बहुविधा. - ) F3 किंचिन्नेतुं. Aot Xat
 
a
 
Fa
 
बहुधा हा;
 
९ भ. सु.