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शृङ्गारलोकाः ।
वियदुपरि समेघं भूमयः कन्दलिन्यो
 
नवकुटजकदम्बामोदिनो गन्धवाहाः ।
शिखिकुलकलकेकारावरम्या वनान्ताः
 
सुखिनमसुखिनं वा सर्वमुत्कण्ठयन्ति ॥ १४० ॥
तरुणीवेषा दीपितकामा विकसितजातीपुष्पसुगन्धिः ।
उन्नतपीनपयोधरभारा प्रावृ तनुते कस्य न हर्षम् ॥ १४१ ॥
आसारेण न हर्म्यतः प्रियतमैर्यातुं बहिः शक्यते
शीतोत्कम्पनिमित्तमायतदृशा गाढं समालिङ्गयते ।
 
५५
 

 
140 In F5, this stanza is missing or omitted probably from lacuna
original. — ¬) B3 CDF : -1 HJ S विय ( Y विषय ) दुपचित मेधं ( T2 घा). C कुंड ( for
कन्द॰). — ') X Y7 -कुसुम-; 1 कुटच (tor कुटज - ). In Y2, the portion of the text
 
M
 
from
 
up to the end of this stanza is lost on a missing folio. Est F2 मोदितो;
● ) D: शिखिपिककुल-
Gat Ms - मोहिनो; G+ -मोदनो ( for -मोदिनो). IX गंधवाहः.
केका; C शिखरिव कुलकेका. F2 -रागरम्या; (1 - रम्यमाणा; M3 - रावकांता ( for -रावरम्या).
F3 वनीतात्; J1 T3 G1 वनांता (for वनान्ता:). – ( ) C सम्- ( for सर्वम् ).
 
BIS. 6171 (2832 ) Bhartr ed. Bolil. and lith ed. III. 1. 42. Hael,, 45, litlh.
ed. II. 94. Satakāv. 67; SLP. 5. 30 ( Bh. ).
 
141 [None of our commentators gives the metre of this stanza, which is
a मात्रासमवृत्त and may be denoted by उपचित्रा ] F's om. this stanza due to lacuna.
- 4) Yo करिणी- (for तरुणी-). B1 H1w.v. चैषा; C Hit 2 चैषा; E2 -भेषा; Es
"रेषा; J1 G1 -वेषो; W1 Y1. 2. 4–4_TG2-3 M वेषोद्- ( for येषा). 21 दीप्सितकामा. 8)
J W1 X Y1, 2, 4–4 T G1 - 3.5M विकसज्-; G+ विलसज्- (for विकसित - ). W 2 जाति: W
पुण्य- ( for पुष्प ). Ao Eot J1 T3 - सुगंधि; Eet Fe Get - सुगंधी; Hit - सुगंधिनः; G1 -सुगंध.
● ) B1 ओम्मत-; It उत्पन्नत-; W1-3 उन्मत्त - ( fo1 उन्नत ). J 1 -भारं; G1 -हारा ( for
भारा). – ( ) 40-2 Ea. 1 ( and Ec ) F3 H I प्रावृषि (For प्रावृद). CDFE
Y8.8 कुरुते ( for तमुते ).
 
It 2 W
 
BIS. 2503 (1005) Bhart ed Bohl, and lith ed. III. 1. 41. Hael
ed. II. 95; SLP. 5.31 ( Bh. ).
 
41. hth,
 
142 Ya folio missing Fs is lost up to ला ( in ) due to lacuna.
± ) J1
lacupa; Wat आसारेषु; Ws आश्यारेण ; Y3 असारेण. F3 न हम्मितः; J1 न हर्म्यतं; X
हि हर्म्यतः; T10.v G# न धामतः; Gat सहर्म्यत: (for न हर्म्यतः ). A2
Gat सहर्म्यतः ( for न हर्म्यतः ). A2 यातुर; B1 गंतुं ( for
यातुं ). W Ys यदा ( for बहिः ). J1 शख्यते; X2t शंकते ( for शक्यते ). 4 ) D E3. 4
 
W1 X 2 Y3 T3 °दृशां; 1 G1 M1-4 दृशो ( for 'हशा). Eat ममालिंग्यते; Eo.20 Gat
 
c) F+ J2 जाले; J1 बाले; S जाता: ( Y&
 
W Y3 (41 शीतलशीकराश्च. Y8 सततं;
 
समालिंगते; Y: समाश्लिष्यते (for समालिङ्ग्यते).
 

 
D Eat F3 Ms [S ] प्यत्यंत ; Eit.v. ह्यत्यंत ; Es. 4 I J2 चायंत;
 
S
 
धाराः; G1 M1.2 वाताः; G+ धारा ) ( for जालै :).
M1. 3 मथुरा ( for मरुतो ).
Fs W वास्यंत ; X अत्यंत (for रत्यन्त ). [ E com is ambiguous मरुतः पवना जालैर्गवाक्षै-
रखतखेदच्छिदः] It 'खेदापहा. - ) F च नः F० च नु ( for बत).
4
 
G+ दुर्निनं ( for
 
दुर्दिनं ). F8 (t.v. as in text ) यांति. C प्रियासंगमात्; G1 Ma प्रियायागमे (for संगमे),