2023-07-17 08:40:45 by jayusudindra
This page has been fully proofread once and needs a second look.
संसारार्णवमज्जनं यदि ततो दूरेण संत्यज्यताम् ॥ १०१ ॥
इह हि मधुरगीतं रूपमेतद् रसोऽयं
स्फुरति परिमलोऽसौ स्पर्श एष स्तनानाम् ।
इति
M 4.5
5
स्वहितकरणधूर्तैः पञ्चभिर्वञ्चितोऽस्मि ॥ १०२ ॥
संसार तव पर्यन्तपदवी न दवीयसी ।
अन्तरा दुस्तरा न स्युर्यदि रे मदिरेक्षणाः ॥ १०३ ॥
'कारमहा (for कारधरा ). J2 नदी ह्यभिमत-; Wat. 3t. it नदीमभिगतः ( for यमभितः ).
C कृपेत्र नापेक्ष्यते; R 3 कूलत्रपोवेक्ष्यते; Jat ऋरास्ति नापेक्षते; Jic. 2 Y 1 - 6.8 T1 Gs क्रूरात्र
नापेक्ष ( J2 वीक्ष्य ) ते; X Y1 क्रूराशया नेक्ष ( Y1 क्ष्य ) ते; Y10.v. 2.3T2.3G1-3 क्रूरात्र नापेक्ष्यते.
क्रूरात्र नावेक्ष्यते; G+ क्रूरात्रि नावेक्षते; M. 2 रात्र सं ( M2 सा ) लक्ष्यते; M: क्रूराननापेक्षते;
क्रूरोत्तरा लक्ष्यते ( for क्रूराशया नेपयते). 4 ) E1 मर्जनं; Yo लंवनं ( for मज्जनं);
Y7
B
Yo T तदा ( for ततो ). Y7 G1 M1 - 3 संसारार्णवलंघनक्षमधिया.
४१
BIS. 1269 ( 477 ) Bhartr ed. Bohl. and lith ed. III. 1. 80. Haeb 83;
Śatakāv. 73 ; SLP. 4. 83 ( Bh. ).
x
102 ) Y₁.2 इह तु; Gat इह ह; M3 इति हि. B F3-5 H J2c W Y3 T3 नृत्यम्;
J1. 2t_Y2, 4–8 T1. 2 GM नृत्तम् ( for रूपम् ). भ्रमो ( for रसो). Ja यः ( for sयं ).
8)
D स्फुटनि; J2 स्फुरित ( for स्फुरति ). A Eat I Y3 G+परिमलोयं; Est परमलोयं; G1
परिमलोध. ● ) B C D Est F1. 24m.v. It Ji S इति हत- ( Y3 इति वद; Y7 अधिगत - )
( for इति हृत ). F० भ्राम्यमानः; M+ भ्राम्यमाणैः.
2 ) Wह्य ( W1 अ ) हित-; Yac.v. 2 G2.3
त्वहित - ( for स्वहित - ). F3 G+ - भूतैः ; Fs W -दक्षै:; J1 -वृत्तैः; Jat दूतैः; Jav -दूरै: (for
A2 B1 E Fs I W1-3 X [s]सि; J1 [s]स्मिन्; W+ [s]पि (for sस्मि).
BIS. 1147 ( 434 )
-धूर्तै: ).
Bhartr ed. Bohl. 1. 87. Haeb. 90 lith ed. II. 40 ; SLP. 4.
44 ( Bh.).
ka
a
103 Om. in BORI 326.
2 ) F1.2 संसारे; X संसारस्. A B1 Wic. 2-4
तव मिस्तार; C तव निःसार ; Fs Wat तव विस्तार; Y2 ( by corr.) -तटपर्यंत; Y3 Ms.
-तापपर्यंत - (M8 तं); G1 M2 दावपर्यंत ; M1 सारपर्यंत; M1 तापपर्यस्त (for तव पर्यन्त ).
[Ecom. पर्यन्तपदवी - निम्तारमार्गता].
c) Jat अन्तरादुत्तरा.
d) C J1 Y7.4 T G
यदि ते; X 2 यदीमा; Y4.5 G2.8 यदिमा; G1 M1 - 1 यदि चेन्; G+Mo यदि मे ( for यदि रे).
Ao - 2 मुदिरेक्षणा: (Ao. 1 com. मुदिरेक्षणाः कहतां चकोरलोचनी स्त्री); B1 Est M3 मदिरेक्षणा;
W+ Y3 क्षण: ; X 1 मंदिरेक्षणा.
BIS. 6643 (3082 ) Bhartr. ed. Bohl. 1. 68. Haeb. 71 lith ed. II. 41.
Kāvyas. 60. Subhash 37 ; Śp. 4193; SRB. p. 88, 1; SRK. p. 99 1 (Bh.); SM.
1390; SSV. 1372 ; JS. 392 ; SLP 4.85 ( Bh. ) .
६ भ. सु.