2023-07-16 11:00:28 by jayusudindra
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वाणिज्यं कृषिसेवनादि सकला विद्याः कलाः शिक्षतु ।
आकाशं विपुलं प्रयातु खगवत् कृत्वा प्रयत्नं परं
नाभाव्यं भवतीह कर्मवशतो भाव्यस्य नाशः कुतः ॥४८॥
नेता यस्य बृहस्पतिः प्रहरणं वज्रं सुराः सैनिकाः
स्वर्गो दुर्गमनुग्रहः खलु हरेरैरा
इत्याश्चर्यबलान्वितोऽपि बलभिद् भग्नः परैः संगरे
तद् युक्तं ननु दैवमेव शरणं धिग् धिग् वृथा पौरुषम् ॥४९॥
२१
48 ") W2.8 मज्जति ( for मज्जतु ). ACF2 मेरुशिखरे BC E1 - 8 50 F2 4 I Jit. 9
X Y1 (printed text ) M4 शत्रु ; Y2 शूरं ; Y2.6 G2. 3 शक्त्या (for शत्रूञ् ). Jit X2 जयति;
M3 जहीतु ( for जयतु ) . - 4 ) A Ic We वाणिज्या; Y2 वाणिजं. F+ कृतसेवनादि; W30
कृशसेवनादि; X G1 M कृषिसेवनं च; Yo T सेवने च; Y8 कृषिमप्युपैतु (for 'सेवनादि ). J3 Ya
X
Y:
G1 M8 सकलं (for सकला ). CFI Y2 विद्याकला: ; X1 विद्याः खलाः. D सिक्षतु; W1.3t. 2
शिक्षिताः; Ms. 4 शिक्षितु. A विद्याः समभ्यस्यतु; J1 विद्याकलाशिक्षितं (com. 'तु). [Gram-
matically and metrically correct form fraai is nowhere found. ] - ) Ji transp.
-
विपुलं and खगवत्. A1 प्रयाति. Ma त्यक्त्वा ( for कृत्वां ). W1 प्रयतो . Eo - 2 ( and Ec ) पुनर्
Est पुमान्; J1 परा;
W1.4 महान्; W3. 3t
M3
महत्; परान्; Ms वरं ( for परं). ') Ja
नाभव्यं. C भव्यस्य; F2 J1W4 Y1 भावस्य ( for भाव्यस्य ). Est नाशो न तु; J2 नाशं कुतः;
J8 नाशः कृतः ; Yr नाशं कृतः . [ Ao. 1 धाणिज्याकृषिसेवनादिसकला is treated as a compound
word; com. करसणसेवा प्रमुष समस्त विद्या. In E कृषिसेवमादि is a separate word. ]
BIS. 4654 (2085) Bhartr ed. Bohl. 2. 91. Haeb 57 lith ed. I. 99, II. 101.
Galan 95, Satakāv. 86; Sp. 438 ( Bh. ) ; SRB. p. 94. 116; SRK. p. 72, 20 ( Bh. ) ;
SHV. f. 63b, 79b; SS. 46. 20 ; SSD. 4. f. 5a; SKG. f. 18a.
BEo.at, 2–4, st F
. 6) Yo असंग्रहः; G4
Yr G+ स्वर्ग.
I J Ws. 4 Y1 यत्र ( for यस्य ). X2
F Yr (
W 2.8 अनिग्रहः;
49 a ) X 2 नैता ( for नेता ).
Est किंकरा: ( for सैनिकाः ). – 1)
सुरा.
अनुग्रई. W किल ( for खलु ) .
( for 'वणो ). Aot Eat वारुण: ;
J2.8 Y1A.7 T3 रावण: ; X Y 2. 6
corr. ). 8 X Y1 इत्यैश्वर्यबला (Est °सम) न्वितो; F० इत्यैश्वर्यवभान्वितो; It इत्याश्चर्यसमन्वितो;
M8 उचैरश्वबलान्वितो. Ms सुरविराडू (for ऽपि बलभिद् ). A Ea W2-4 बलिभिर्; Ba D Est
Eo. 10. 50 मघवान्; Eot. at बलवान्; It Ji बलिभिदु; M4 सुरराइ
D E F 3 - 5 W Y ( except Y1 7 ) T1B G1-4M ऐरावतो
Est F1 ( by corr. ) J1W1G1M 3 वाहनः; F2. 4 ( orig. )
G1 M1.2.45 वाहनं ( for वारणः ). c ) BE W1 ( by
F2 - 6 Io W 1 X
मघवा; Ba
( for बलभिदू ).
As भग्नं.
d) B Eo.1.3.3 (and Ec ) F5HIW X1 Y ( except Y2 )
T G8-8 तब्यक्तं; Ma तद्ब्युक्तं ( for तधुक्तं ). C मम; G± बत ( for ननु ). W व ( W+प ) रमेव
दैव- (for ननु दैवमेव). "D M4. 5 हि परं; X 3 * नृणां ( for श णं). Esom. the first धिग्.
Ys वृद्धौ क्षये कारणं ( for घिगू धिगू वृथा पौरुषम् ).
W
BIS. 3815 (1643 ) Bhartr ed. Bohl. 2. 85. Haeb. 59. lith ed. I. 87, II. 88.
Galan 89 Vikramacaritra 172; SRB. p. 93. 100; SBH. 3151; SRK. p. 7110
(Śp.) ; ātmānuśāsana Kāvya ; SN 803; SSD 4. f 3&; SSV 293; SL 4. 36b,