शतकत्रयम् — 3.92
Original
Segmented
कदा वाराणस्याम् अमरतटिनी-रोधस् वसन् वसानः कौपीनम् शिरसि निदधानो अञ्जलि-पुटम् अये गौरीनाथ त्रिपुर-हरैः शम्भो त्रिनयन प्रसीद इति आक्रुः निमिषम् इव नेष्यामि दिवसान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कदा | कदा | pos=i |
वाराणस्याम् | वाराणसी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
अमरतटिनी | अमरतटिनी | pos=n,comp=y |
रोधस् | रोधस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वसन् | वस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वसानः | वस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कौपीनम् | कौपीन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शिरसि | शिरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
निदधानो | निधा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अञ्जलि | अञ्जलि | pos=n,comp=y |
पुटम् | पुट | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अये | अये | pos=i |
गौरीनाथ | गौरीनाथ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
त्रिपुर | त्रिपुर | pos=n,comp=y |
हरैः | हर | pos=a,g=m,c=8,n=s |
शम्भो | शम्भु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
त्रिनयन | त्रिनयन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रसीद | प्रसद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
आक्रुः | आक्रुश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
निमिषम् | निमिष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
नेष्यामि | नी | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
दिवसान् | दिवस | pos=n,g=m,c=2,n=p |