शतकत्रयम् — 3.83
Original
Segmented
रम्याः चन्द्र-मरीचयः तृणवती रम्या वनान्त-स्थली रम्यम् साधु-समागम-आगत-सुखम् काव्येषु रम्याः कथाः कोप-उपाधा-बाष्प-बिन्दु-तरलम् रम्यम् प्रियाया मुखम् सर्वम् रम्यम् अनित्य-ताम् उपगते चित्ते न किंचित् पुनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रम्याः | रम्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
चन्द्र | चन्द्र | pos=n,comp=y |
मरीचयः | मरीचि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तृणवती | तृणवत् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
रम्या | रम्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
वनान्त | वनान्त | pos=n,comp=y |
स्थली | स्थली | pos=n,g=f,c=1,n=s |
रम्यम् | रम्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
साधु | साधु | pos=a,comp=y |
समागम | समागम | pos=n,comp=y |
आगत | आगम् | pos=va,comp=y,f=part |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
काव्येषु | काव्य | pos=n,g=m,c=7,n=p |
रम्याः | रम्य | pos=a,g=f,c=1,n=p |
कथाः | कथा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
कोप | कोप | pos=n,comp=y |
उपाधा | उपाधा | pos=va,comp=y,f=part |
बाष्प | बाष्प | pos=n,comp=y |
बिन्दु | बिन्दु | pos=n,comp=y |
तरलम् | तरल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
रम्यम् | रम्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
प्रियाया | प्रिय | pos=a,g=f,c=6,n=s |
मुखम् | मुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
रम्यम् | रम्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अनित्य | अनित्य | pos=a,comp=y |
ताम् | ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
उपगते | उपगम् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
चित्ते | चित्त | pos=n,g=n,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |