शतकत्रयम् — 3.76
Original
Segmented
यतो मेरुः श्रीमान् निपतति युगान्त-अग्नि-वलितः समुद्राः शुष्यन्ति प्रचुर-मकर-ग्राह-निलयाः धरा गच्छत्य् अन्तम् धरणिधर-पादैः अपि धृता शरीरे का वार्ता करि-कलभ-कर्ण-अग्र-चपले
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यतो | यतस् | pos=i |
मेरुः | मेरु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
निपतति | निपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
युगान्त | युगान्त | pos=n,comp=y |
अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
वलितः | वलय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
समुद्राः | समुद्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शुष्यन्ति | शुष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
प्रचुर | प्रचुर | pos=a,comp=y |
मकर | मकर | pos=n,comp=y |
ग्राह | ग्राह | pos=n,comp=y |
निलयाः | निलय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
धरा | धरा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
गच्छत्य् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अन्तम् | अन्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
धरणिधर | धरणिधर | pos=n,comp=y |
पादैः | पाद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
धृता | धृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
शरीरे | शरीर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वार्ता | वार्त्ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
करि | करिन् | pos=n,comp=y |
कलभ | कलभ | pos=n,comp=y |
कर्ण | कर्ण | pos=n,comp=y |
अग्र | अग्र | pos=n,comp=y |
चपले | चपल | pos=a,g=n,c=7,n=s |