शतकत्रयम् — 3.69
Original
Segmented
अग्रे गीतम् सरस-कवयः पार्श्वयोः दाक्षिणात्याः पश्चात् लीला-वलय-रणितम् चामर-ग्राहिन् यदि अस्ति एवम् कुरु भव-रस-आस्वादने लम्पट-त्वम् नो चेद् चेतस् प्रविश सहसा निर्विकल्पे समाधौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अग्रे | अग्रे | pos=i |
गीतम् | गीत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सरस | सरस | pos=a,comp=y |
कवयः | कवि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पार्श्वयोः | पार्श्व | pos=n,g=m,c=7,n=d |
दाक्षिणात्याः | दाक्षिणात्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
पश्चात् | पश्चात् | pos=i |
लीला | लीला | pos=n,comp=y |
वलय | वलय | pos=n,comp=y |
रणितम् | रणित | pos=n,g=n,c=1,n=s |
चामर | चामर | pos=n,comp=y |
ग्राहिन् | ग्राहिन् | pos=a,g=f,c=6,n=p |
यदि | यदि | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
एवम् | एवम् | pos=i |
कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
भव | भव | pos=n,comp=y |
रस | रस | pos=n,comp=y |
आस्वादने | आस्वादन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
लम्पट | लम्पट | pos=a,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नो | नो | pos=i |
चेद् | चेद् | pos=i |
चेतस् | चेतस् | pos=n,g=n,c=8,n=s |
प्रविश | प्रविश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
सहसा | सहसा | pos=i |
निर्विकल्पे | निर्विकल्प | pos=a,g=m,c=7,n=s |
समाधौ | समाधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |