शतकत्रयम् — 3.67
Original
Segmented
मोहम् मार्जय ताम् उपार्जय रतिम् चन्द्र-अर्ध-चूडामणौ चेतः स्वर्ग-तरंगिणी-तट-भुवि आसङ्गम् अङ्गीकुरु को वा वीचिषु बुद्बुदेषु च तडित्-लेखासु च श्रीषु च ज्वाला-अग्रेषु च पन्नगेषु सरित्-वेगेषु च च प्रत्ययः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मोहम् | मोह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मार्जय | मार्जय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
उपार्जय | उपार्जय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
रतिम् | रति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
चन्द्र | चन्द्र | pos=n,comp=y |
अर्ध | अर्ध | pos=n,comp=y |
चूडामणौ | चूडामणि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
चेतः | चेतस् | pos=n,g=n,c=8,n=s |
स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
तरंगिणी | तरंगिणी | pos=n,comp=y |
तट | तट | pos=n,comp=y |
भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
आसङ्गम् | आसङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अङ्गीकुरु | अङ्गीकृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
वीचिषु | वीचि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
बुद्बुदेषु | बुद्बुद | pos=n,g=m,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
तडित् | तडित् | pos=n,comp=y |
लेखासु | लेखा | pos=n,g=f,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
श्रीषु | श्री | pos=n,g=f,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
ज्वाला | ज्वाला | pos=n,comp=y |
अग्रेषु | अग्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
पन्नगेषु | पन्नग | pos=n,g=m,c=7,n=p |
सरित् | सरित् | pos=n,comp=y |
वेगेषु | वेग | pos=n,g=m,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
च | च | pos=i |
प्रत्ययः | प्रत्यय | pos=n,g=m,c=1,n=s |