शतकत्रयम् — 3.64
Original
Segmented
सत्याम् एव त्रिलोकी-सरिति हर-शिरः चुम्बिनी-वत् छटायाम् सत्-वृत्तिम् कल्पयन्त्याम् वट-विट-प्रभवैः वल्कलैः सत्-फलैः च को ऽयम् विद्वान् विपत्ति-ज्वर-जनित-रुजा-अतीव दुःखासिकानाम् वक्त्रम् वीक्षेत दुःस्थे यदि हि न बिभृयात् स्वे कुटुम्बे ऽनुकम्पाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सत्याम् | अस् | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
एव | एव | pos=i |
त्रिलोकी | त्रिलोकी | pos=n,comp=y |
सरिति | सरित् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
हर | हर | pos=n,comp=y |
शिरः | शिरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चुम्बिनी | चुम्बिनी | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
छटायाम् | छटा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कल्पयन्त्याम् | कल्पय् | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
वट | वट | pos=n,comp=y |
विट | विट | pos=n,comp=y |
प्रभवैः | प्रभव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वल्कलैः | वल्कल | pos=n,g=n,c=3,n=p |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
फलैः | फल | pos=n,g=n,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विद्वान् | विद्वस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विपत्ति | विपत्ति | pos=n,comp=y |
ज्वर | ज्वर | pos=n,comp=y |
जनित | जनय् | pos=va,comp=y,f=part |
रुजा | रुजा | pos=n,comp=y |
अतीव | अतीव | pos=i |
दुःखासिकानाम् | दुःखासिका | pos=n,g=f,c=6,n=p |
वक्त्रम् | वक्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वीक्षेत | वीक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
दुःस्थे | दुःस्थ | pos=a,g=n,c=7,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
हि | हि | pos=i |
न | न | pos=i |
बिभृयात् | भृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
स्वे | स्व | pos=a,g=n,c=7,n=s |
कुटुम्बे | कुटुम्ब | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽनुकम्पाम् | अनुकम्पा | pos=n,g=f,c=2,n=s |