शतकत्रयम् — 3.61
Original
Segmented
मृद्-पिण्डः जल-रेखया बलयतिः अपि अयम् ननु अणुः नन्वणुः स्वांशीकृत्य स संगर-शतैः सङ्गरशतै राज्ञाम् गणा ये दद्युः ददतो ऽथवा किम् अपरम् क्षुद्रा दरिद्रम् भृशम् धिग् धिक् तान् पुरुष-अधमान् धन-कणान् वाञ्छन्ति तेभ्यो ऽपि ये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मृद् | मृद् | pos=n,comp=y |
पिण्डः | पिण्ड | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जल | जल | pos=n,comp=y |
रेखया | रेखा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
बलयतिः | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ननु | ननु | pos=i |
अणुः | अणु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नन्वणुः | स्वांशीकृ | pos=vi |
स्वांशीकृत्य | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | एव | pos=i |
संगर | संगर | pos=n,comp=y |
शतैः | शत | pos=n,g=n,c=3,n=p |
सङ्गरशतै | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
राज्ञाम् | गण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
गणा | भुज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दद्युः | दा | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
ददतो | दा | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
ऽथवा | अथवा | pos=i |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अपरम् | अपर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
क्षुद्रा | क्षुद्र | pos=a,g=m,c=1,n=p |
दरिद्रम् | दरिद्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
धिग् | धिक् | pos=i |
धिक् | धिक् | pos=i |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
अधमान् | अधम | pos=a,g=m,c=2,n=p |
धन | धन | pos=n,comp=y |
कणान् | कण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वाञ्छन्ति | वाञ्छ् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
तेभ्यो | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |