शतकत्रयम् — 3.38
Original
Segmented
कृच्छ्रेण अमेध्य-मध्ये नियमय्-तनुभिः स्थीयते गर्भ-वासे कान्ता-विश्लेष-दुःख-व्यतिकर-विषमः यौवने च उपभोगः वाम-अक्षानाम् अवज्ञा-विहसित-वसतिः वृद्ध-भावः अन्य-साधुः संसारे रे मनुष्या वदत यदि सुखम् सु अल्पम् अपि अस्ति किंचित्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृच्छ्रेण | कृच्छ्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अमेध्य | अमेध्य | pos=n,comp=y |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
नियमय् | नियमय् | pos=va,comp=y,f=part |
तनुभिः | तनु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
स्थीयते | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
गर्भ | गर्भ | pos=n,comp=y |
वासे | वास | pos=n,g=m,c=7,n=s |
कान्ता | कान्ता | pos=n,comp=y |
विश्लेष | विश्लेष | pos=n,comp=y |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
व्यतिकर | व्यतिकर | pos=n,comp=y |
विषमः | विषम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यौवने | यौवन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
उपभोगः | उपभोग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वाम | वाम | pos=a,comp=y |
अक्षानाम् | अक्ष | pos=a,g=f,c=6,n=p |
अवज्ञा | अवज्ञा | pos=n,comp=y |
विहसित | विहसित | pos=n,comp=y |
वसतिः | वसति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वृद्ध | वृद्ध | pos=a,comp=y |
भावः | भाव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अन्य | अन्य | pos=n,comp=y |
साधुः | साधु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
संसारे | संसार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
रे | रे | pos=i |
मनुष्या | मनुष्य | pos=n,g=m,c=8,n=p |
वदत | वद् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
यदि | यदि | pos=i |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
अल्पम् | अल्प | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |