शतकत्रयम् — 3.37
Original
Segmented
आयुः कल्लोल-लोलम् कतिपय-दिवस-स्थायिन् यौवन-श्रीः अर्थाः संकल्प-कल्पाः घन-समय-तडित्-विभ्रमाः भोग-पूगाः कण्ठ-आश्लेष-उपगूढम् तद् अपि च न चिरम् यत् प्रिय-आभः प्रणीतम् ब्रह्मण्य् आसक्त-चित्ताः भवत भव-मय-अम्भोधि-पारम् तरीतुम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आयुः | आयुस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कल्लोल | कल्लोल | pos=n,comp=y |
लोलम् | लोल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
कतिपय | कतिपय | pos=a,comp=y |
दिवस | दिवस | pos=n,comp=y |
स्थायिन् | स्थायिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
यौवन | यौवन | pos=n,comp=y |
श्रीः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अर्थाः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
संकल्प | संकल्प | pos=n,comp=y |
कल्पाः | कल्प | pos=a,g=m,c=1,n=p |
घन | घन | pos=n,comp=y |
समय | समय | pos=n,comp=y |
तडित् | तडित् | pos=n,comp=y |
विभ्रमाः | विभ्रम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
भोग | भोग | pos=n,comp=y |
पूगाः | पूग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कण्ठ | कण्ठ | pos=n,comp=y |
आश्लेष | आश्लेष | pos=n,comp=y |
उपगूढम् | उपगुह् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
चिरम् | चिर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
आभः | आभ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रणीतम् | प्रणी | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
ब्रह्मण्य् | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
आसक्त | आसञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
चित्ताः | चित्त | pos=n,g=m,c=1,n=p |
भवत | भू | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
भव | भव | pos=n,comp=y |
मय | मय | pos=a,comp=y |
अम्भोधि | अम्भोधि | pos=n,comp=y |
पारम् | पार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तरीतुम् | तृ | pos=vi |