शतकत्रयम् — 3.35
Original
Segmented
भोगास् तुङ्ग-तरङ्ग-भङ्ग-तरलाः प्राणाः क्षण-ध्वंसिन् स्तोकानि एव दिनानि यौवन-सुखम् स्फूर्तिः प्रियासु स्थिता तत् संसारम् असारम् एव निखिलम् बुद्ध्वा बुधा बोधका लोक-अनुग्रह-पेशलेन मनसा यत्नः समाधीयताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भोगास् | भोग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तुङ्ग | तुङ्ग | pos=a,comp=y |
तरङ्ग | तरंग | pos=n,comp=y |
भङ्ग | भङ्ग | pos=n,comp=y |
तरलाः | तरल | pos=a,g=m,c=1,n=p |
प्राणाः | प्राण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
क्षण | क्षण | pos=n,comp=y |
ध्वंसिन् | ध्वंसिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
स्तोकानि | स्तोक | pos=n,g=n,c=1,n=p |
एव | एव | pos=i |
दिनानि | दिन | pos=n,g=n,c=1,n=p |
यौवन | यौवन | pos=n,comp=y |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्फूर्तिः | स्फूर्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
प्रियासु | प्रिय | pos=a,g=f,c=7,n=p |
स्थिता | स्था | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
संसारम् | संसार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
असारम् | असार | pos=a,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
निखिलम् | निखिल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
बुद्ध्वा | बुध् | pos=vi |
बुधा | बुध | pos=a,g=m,c=1,n=p |
बोधका | बोधक | pos=a,g=m,c=1,n=p |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
अनुग्रह | अनुग्रह | pos=n,comp=y |
पेशलेन | पेशल | pos=a,g=n,c=3,n=s |
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
यत्नः | यत्न | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समाधीयताम् | समाधा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |