शतकत्रयम् — 3.31
Original
Segmented
भिक्षा-आहारम् अदैन्यम् भीति-छिदम् भीतिच्छिदम् दुर्मात्सर्य-मद-अभिमान-मथनम् दुःख-ओघ-विध्वंसनम् सर्वत्र अन्वहम् अप्रयत्न-सुलभम् साधु-प्रियम् पावनम् शम्भोः सत्रम् अक्षय-निधिम् अक्षयनिधिम् योगि-ईश्वराः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भिक्षा | भिक्षा | pos=n,comp=y |
आहारम् | आहार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अदैन्यम् | अदैन्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भीति | भीति | pos=n,comp=y |
छिदम् | छिद् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
भीतिच्छिदम् | सर्वतस् | pos=i |
दुर्मात्सर्य | दुर्मात्सर्य | pos=n,comp=y |
मद | मद | pos=n,comp=y |
अभिमान | अभिमान | pos=n,comp=y |
मथनम् | मथन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
ओघ | ओघ | pos=n,comp=y |
विध्वंसनम् | विध्वंसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
अन्वहम् | अन्वहम् | pos=i |
अप्रयत्न | अप्रयत्न | pos=n,comp=y |
सुलभम् | सुलभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
साधु | साधु | pos=a,comp=y |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
पावनम् | पावन | pos=a,g=n,c=2,n=s |
शम्भोः | शम्भु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सत्रम् | सत्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अक्षय | अक्षय | pos=a,comp=y |
निधिम् | निधि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अक्षयनिधिम् | शंस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
योगि | योगिन् | pos=n,comp=y |
ईश्वराः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=p |