शतकत्रयम् — 3.18
Original
Segmented
एको रागिषु राजते प्रियतम-अ देह-अर्ध-हारी हरो नीरागेषु जनो विमुक्त-ललना-आसङ्गः न यस्मात् परः दुर्वार-स्मर-बाण-पन्नग-विष-व्याविद्ध-मूढः जनः शेषः काम-विडम्बितान् न विषयान् भोक्तुम् न मोक्तुम् क्षमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एको | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रागिषु | रागिन् | pos=a,g=m,c=7,n=p |
राजते | राज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्रियतम | प्रियतम | pos=a,comp=y |
अ | अ | pos=i |
देह | देह | pos=n,comp=y |
अर्ध | अर्ध | pos=a,comp=y |
हारी | हारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हरो | हर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नीरागेषु | नीराग | pos=a,g=m,c=7,n=p |
जनो | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विमुक्त | विमुच् | pos=va,comp=y,f=part |
ललना | ललना | pos=n,comp=y |
आसङ्गः | आसङ्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
यस्मात् | यद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
परः | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दुर्वार | दुर्वार | pos=a,comp=y |
स्मर | स्मर | pos=n,comp=y |
बाण | बाण | pos=n,comp=y |
पन्नग | पन्नग | pos=n,comp=y |
विष | विष | pos=n,comp=y |
व्याविद्ध | व्याव्यध् | pos=va,comp=y,f=part |
मूढः | मुह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शेषः | शेष | pos=a,g=m,c=1,n=s |
काम | काम | pos=n,comp=y |
विडम्बितान् | विडम्बय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
न | न | pos=i |
विषयान् | विषय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भोक्तुम् | भुज् | pos=vi |
न | न | pos=i |
मोक्तुम् | मुच् | pos=vi |
क्षमः | क्षम | pos=a,g=m,c=1,n=s |