शतकत्रयम् — 3.14
Original
Segmented
ब्रह्म-ज्ञान-विवेक-निर्मल-धियः कुर्वन्त्य् अहो दुष्करम् यत् मुञ्चन्ति उपभोग-भाञ्जि अपि धनानि एकान्ततः निःस्पृहाः सम्प्राप्तान् न पुरा न सम्प्रति न च प्राप्तौ दृढ-प्रत्ययान् वाञ्छा-मात्र-परिग्रहान् अपि परम् त्यक्तुम् न शक्ता वयम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
विवेक | विवेक | pos=n,comp=y |
निर्मल | निर्मल | pos=a,comp=y |
धियः | धी | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कुर्वन्त्य् | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अहो | अहो | pos=i |
दुष्करम् | दुष्कर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मुञ्चन्ति | मुच् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
उपभोग | उपभोग | pos=n,comp=y |
भाञ्जि | भाज् | pos=a,g=n,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
धनानि | धन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
एकान्ततः | एकान्त | pos=n,g=m,c=5,n=s |
निःस्पृहाः | निःस्पृह | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सम्प्राप्तान् | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
न | न | pos=i |
पुरा | पुरा | pos=i |
न | न | pos=i |
सम्प्रति | सम्प्रति | pos=i |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
प्राप्तौ | प्राप्ति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
दृढ | दृढ | pos=a,comp=y |
प्रत्ययान् | प्रत्यय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वाञ्छा | वाञ्छा | pos=n,comp=y |
मात्र | मात्र | pos=n,comp=y |
परिग्रहान् | परिग्रह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
परम् | परम् | pos=i |
त्यक्तुम् | त्यज् | pos=vi |
न | न | pos=i |
शक्ता | शक् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |