शतकत्रयम् — 3.111
Original
Segmented
अहो वा हारे वा बलवति रिपौ वा सुहृदि वा मणौ वा लोष्टे वा कुसुम-शयने वा दृषदि वा तृणे वा स्त्रैणे वा मम समदृशो यान्ति दिवसाः क्वचित् पुण्य-अरण्ये शिव शिव शिवैः इति प्रलपतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अहो | अहो | pos=i |
वा | वा | pos=i |
हारे | हार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वा | वा | pos=i |
बलवति | बलवत् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
रिपौ | रिपु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वा | वा | pos=i |
सुहृदि | सुहृद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वा | वा | pos=i |
मणौ | मणि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वा | वा | pos=i |
लोष्टे | लोष्ट | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वा | वा | pos=i |
कुसुम | कुसुम | pos=n,comp=y |
शयने | शयन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वा | वा | pos=i |
दृषदि | दृषद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
वा | वा | pos=i |
तृणे | तृण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वा | वा | pos=i |
स्त्रैणे | स्त्रैण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वा | वा | pos=i |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
समदृशो | समदृश् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
दिवसाः | दिवस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
अरण्ये | अरण्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
शिव | शिव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शिव | शिव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शिवैः | शिव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
इति | इति | pos=i |
प्रलपतः | प्रलप् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |