शतकत्रयम् — 3.110
Original
Segmented
धैर्यम् यस्य पिता क्षमा च जननी शान्तिः चिरम् गेहिनी सत्यम् मित्रम् इदम् दया च भगिनी भ्राता मनः-संयमः शय्या भूमि-तलम् दिशो ऽपि वसनम् ज्ञान-अमृतम् भोजनम् हि एते यस्य कुटुम्बिनो वद सखे कस्माद् भयम् योगिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धैर्यम् | धैर्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्षमा | क्षमा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
जननी | जननी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
शान्तिः | शान्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
चिरम् | चिरम् | pos=i |
गेहिनी | गेहिनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मित्रम् | मित्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दया | दया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
भगिनी | भगिनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भ्राता | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मनः | मनस् | pos=n,comp=y |
संयमः | संयम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शय्या | शय्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भूमि | भूमि | pos=n,comp=y |
तलम् | तल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दिशो | दिश् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
वसनम् | वसन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
अमृतम् | अमृत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भोजनम् | भोजन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कुटुम्बिनो | कुटुम्बिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वद | वद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
सखे | सखि | pos=n,g=,c=8,n=s |
कस्माद् | क | pos=n,g=n,c=5,n=s |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
योगिनः | योगिन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |