शतकत्रयम् — 3.106
Original
Segmented
पाणिः पात्रम् पवित्रम् भ्रमण-परिगतम् भैक्ष्यम् अक्षय्यम् अन्नम् विस्तीर्णम् वस्त्रम् आशा-दशकम् अचपलम् तल्पम् अ सु अल्पम् उर्वीम् येषाम् निःसङ्ग-ता-अङ्गीकरण-परिणत-स्वान्त-संतोषिन् ते धन्याः संन्यस्त-दैन्य-व्यतिकर-निकराः कर्म निर्मूलयन्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पाणिः | पाणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पात्रम् | पात्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पवित्रम् | पवित्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भ्रमण | भ्रमण | pos=n,comp=y |
परिगतम् | परिगम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
भैक्ष्यम् | भैक्ष्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अक्षय्यम् | अक्षय्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अन्नम् | अन्न | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विस्तीर्णम् | विस्तृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
वस्त्रम् | वस्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आशा | आशा | pos=n,comp=y |
दशकम् | दशक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अचपलम् | अचपल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तल्पम् | तल्प | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अ | अ | pos=i |
सु | सु | pos=i |
अल्पम् | अल्प | pos=a,g=m,c=2,n=s |
उर्वीम् | उर्वी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
निःसङ्ग | निःसङ्ग | pos=a,comp=y |
ता | ता | pos=n,comp=y |
अङ्गीकरण | अङ्गीकरण | pos=n,comp=y |
परिणत | परिणम् | pos=va,comp=y,f=part |
स्वान्त | स्वान्त | pos=n,comp=y |
संतोषिन् | संतोषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
धन्याः | धन्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
संन्यस्त | संन्यस् | pos=va,comp=y,f=part |
दैन्य | दैन्य | pos=n,comp=y |
व्यतिकर | व्यतिकर | pos=n,comp=y |
निकराः | निकर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निर्मूलयन्ति | निर्मूलय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |