Original

उपरि घनं घनपटलंतिर्यग् गिरयो ऽपि नर्तितमयूराः ।क्षितिर् अपि कन्दलधवलादृष्टिं पथिकः क्व पातयति ॥ ९२ ॥

Segmented

उपरि घनम् घन-पटलम् तिर्यग् गिरयो ऽपि नर्तित-मयूराः क्षितिः अपि कन्दल-धवला दृष्टिम् पथिकः क्व पातयति

Analysis

Word Lemma Parse
उपरि उपरि pos=i
घनम् घन pos=a,g=n,c=1,n=s
घन घन pos=n,comp=y
पटलम् पटल pos=n,g=n,c=1,n=s
तिर्यग् तिर्यञ्च् pos=a,g=n,c=2,n=s
गिरयो गिरि pos=n,g=m,c=1,n=p
ऽपि अपि pos=i
नर्तित नर्तय् pos=va,comp=y,f=part
मयूराः मयूर pos=n,g=m,c=1,n=p
क्षितिः क्षिति pos=n,g=f,c=1,n=s
अपि अपि pos=i
कन्दल कन्दल pos=n,comp=y
धवला धवल pos=a,g=f,c=1,n=s
दृष्टिम् दृष्टि pos=n,g=f,c=2,n=s
पथिकः पथिक pos=n,g=m,c=1,n=s
क्व क्व pos=i
पातयति पातय् pos=v,p=3,n=s,l=lat