शतकत्रयम् — 2.90
Original
Segmented
स्रजो हृदि आमोदाः व्यजन-पवनः चन्द्र-किरणाः परागः कासारो मलयज-रजः शीधु विशदम् शुचिः सौध-उत्सङ्गः प्रतनु वसनम् पङ्कज-दृशः निदाघ-ऋतौ एतत् विलसति लभन्ते सुकृतिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्रजो | स्रज् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
आमोदाः | आमोद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
व्यजन | व्यजन | pos=n,comp=y |
पवनः | पवन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
चन्द्र | चन्द्र | pos=n,comp=y |
किरणाः | किरण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
परागः | पराग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कासारो | कासार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मलयज | मलयज | pos=n,comp=y |
रजः | रजस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
शीधु | सीधु | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विशदम् | विशद | pos=a,g=n,c=1,n=s |
शुचिः | शुचि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सौध | सौध | pos=n,comp=y |
उत्सङ्गः | उत्सङ्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रतनु | प्रतनु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
वसनम् | वसन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पङ्कज | पङ्कज | pos=n,comp=y |
दृशः | दृश् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
निदाघ | निदाघ | pos=n,comp=y |
ऋतौ | ऋतु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विलसति | विलस् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
लभन्ते | लभ् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सुकृतिनः | सुकृतिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |