शतकत्रयम् — 2.89
Original
Segmented
अच्छ-अच्छ-चन्दन-रस-आर्द्रतर मृगाक्ष्यो धारागृहाणि कुसुमानि च कौमुदी च मन्दो मरुत् सुमनसः शुचि हर्म्य-पृष्ठम् ग्रीष्मे मदम् च मदनम् च विवर्धयन्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अच्छ | अच्छ | pos=a,comp=y |
अच्छ | अच्छ | pos=a,comp=y |
चन्दन | चन्दन | pos=n,comp=y |
रस | रस | pos=n,comp=y |
आर्द्रतर | आर्द्रतर | pos=a,g=f,c=1,n=p |
मृगाक्ष्यो | मृगाक्षी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
धारागृहाणि | धारागृह | pos=n,g=n,c=1,n=p |
कुसुमानि | कुसुम | pos=n,g=n,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
कौमुदी | कौमुदी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
मन्दो | मन्द | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मरुत् | मरुत् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सुमनसः | सुमनस् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
शुचि | शुचि | pos=a,g=n,c=1,n=s |
हर्म्य | हर्म्य | pos=n,comp=y |
पृष्ठम् | पृष्ठ | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ग्रीष्मे | ग्रीष्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
मदम् | मद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
मदनम् | मदन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
विवर्धयन्ति | विवर्धय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |