शतकत्रयम् — 2.84
Original
Segmented
मधुः अयम् मधुरैः अपि कोकिला-कलरवैः मलयस्य च वायुभिः विरहिणः प्रहिणस्ति शरीरिणो विपदि हन्त सुधा अपि विषायते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मधुः | मधु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मधुरैः | मधुर | pos=a,g=m,c=3,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
कोकिला | कोकिला | pos=n,comp=y |
कलरवैः | कलरव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मलयस्य | मलय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
वायुभिः | वायु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विरहिणः | विरहिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
प्रहिणस्ति | प्रहिंस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शरीरिणो | शरीरिन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विपदि | विपद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
हन्त | हन्त | pos=i |
सुधा | सुधा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
विषायते | विषाय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |