शतकत्रयम् — 2.80
Original
Segmented
कृशः काणः खञ्जः श्रवण-रहितः पुच्छ-विकलः व्रणी पूय-क्लिन्नः कृमि-कुल-शतैः आवृत-तनुः क्षुधा क्षामो जीर्णः पिठरक-कपाल-अर्पित-गलः शुनीम् अन्वेति श्वा हतम् अपि च हन्त्य् एव मदनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृशः | कृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
काणः | काण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
खञ्जः | खञ्ज | pos=a,g=m,c=1,n=s |
श्रवण | श्रवण | pos=n,comp=y |
रहितः | रहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पुच्छ | पुच्छ | pos=n,comp=y |
विकलः | विकल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
व्रणी | व्रणिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पूय | पूय | pos=n,comp=y |
क्लिन्नः | क्लिद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कृमि | कृमि | pos=n,comp=y |
कुल | कुल | pos=n,comp=y |
शतैः | शत | pos=n,g=n,c=3,n=p |
आवृत | आवृ | pos=va,comp=y,f=part |
तनुः | तनु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्षुधा | क्षुध् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
क्षामो | क्षाम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
जीर्णः | जृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पिठरक | पिठरक | pos=n,comp=y |
कपाल | कपाल | pos=n,comp=y |
अर्पित | अर्पय् | pos=va,comp=y,f=part |
गलः | गल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शुनीम् | शुनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अन्वेति | अन्वि | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
श्वा | श्वन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हतम् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अपि | अपि | pos=i |
च | च | pos=i |
हन्त्य् | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
एव | एव | pos=i |
मदनः | मदन | pos=n,g=m,c=1,n=s |