शतकत्रयम् — 2.70
Original
Segmented
यदा योग-अभ्यास-व्यसन-कृशयोः आत्म-मनस् अविच्छिन्ना मैत्री स्फुरति कृतिनस् तस्य किमु तैः प्रियाणाम् आलापैः अधर-मधुभिः वक्त्र-विधुभिः स निश्वास-आमोदैः स कुच-कलश-आश्लेष-सुरतैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
योग | योग | pos=n,comp=y |
अभ्यास | अभ्यास | pos=n,comp=y |
व्यसन | व्यसन | pos=n,comp=y |
कृशयोः | कृश | pos=a,g=n,c=6,n=d |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
मनस् | मनस् | pos=n,g=n,c=6,n=d |
अविच्छिन्ना | अविच्छिन्न | pos=a,g=f,c=1,n=s |
मैत्री | मैत्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स्फुरति | स्फुर् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कृतिनस् | कृतिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
किमु | किमु | pos=i |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
प्रियाणाम् | प्रिय | pos=a,g=f,c=6,n=p |
आलापैः | आलाप | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अधर | अधर | pos=n,comp=y |
मधुभिः | मधु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
वक्त्र | वक्त्र | pos=n,comp=y |
विधुभिः | विधु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
स | स | pos=i |
निश्वास | निश्वास | pos=n,comp=y |
आमोदैः | आमोद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
स | स | pos=i |
कुच | कुच | pos=n,comp=y |
कलश | कलश | pos=n,comp=y |
आश्लेष | आश्लेष | pos=n,comp=y |
सुरतैः | सुरत | pos=n,g=m,c=3,n=p |