शतकत्रयम् — 2.64
Original
Segmented
बाले लीला-मुकुलितम् अमी मन्थरा दृष्टि-पाताः किम् क्षिप्यन्ते विरम विरम व्यर्थ एष श्रमस् ते सम्प्रत्य् अन्ये वयम् उपरतम् बाल्यम् आस्था वनान्ते क्षीणो मोहस् तृणम् इव जगत्-जालम् आलोकयामः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बाले | बाला | pos=n,g=f,c=8,n=s |
लीला | लीला | pos=n,comp=y |
मुकुलितम् | मुकुलित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अमी | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मन्थरा | मन्थर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
दृष्टि | दृष्टि | pos=n,comp=y |
पाताः | पात | pos=n,g=m,c=1,n=p |
किम् | किम् | pos=i |
क्षिप्यन्ते | क्षिप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
विरम | विरम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
विरम | विरम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
व्यर्थ | व्यर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रमस् | श्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
सम्प्रत्य् | सम्प्रति | pos=i |
अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
उपरतम् | उपरम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
बाल्यम् | बाल्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आस्था | आस्था | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वनान्ते | वनान्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
क्षीणो | क्षि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मोहस् | मोह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तृणम् | तृण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
जगत् | जगन्त् | pos=n,comp=y |
जालम् | जाल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आलोकयामः | आलोकय् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |