शतकत्रयम् — 2.63
Original
Segmented
धन्यास् त एव धवल-आयत-लोचनानाम् तारुण्य-दर्प-घन-पीन-पयोधरानाम् क्षाम-उदर-उपरि लसत्-त्रिवली-लतानाम् दृष्ट्वा आकृतिम् विकृतिम् एति मनो न येषाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धन्यास् | धन्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
त | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
एव | एव | pos=i |
धवल | धवल | pos=a,comp=y |
आयत | आयम् | pos=va,comp=y,f=part |
लोचनानाम् | लोचन | pos=n,g=f,c=6,n=p |
तारुण्य | तारुण्य | pos=n,comp=y |
दर्प | दर्प | pos=n,comp=y |
घन | घन | pos=a,comp=y |
पीन | पीन | pos=a,comp=y |
पयोधरानाम् | पयोधर | pos=n,g=f,c=6,n=p |
क्षाम | क्षाम | pos=a,comp=y |
उदर | उदर | pos=n,comp=y |
उपरि | उपरि | pos=i |
लसत् | लस् | pos=va,comp=y,f=part |
त्रिवली | त्रिवली | pos=n,comp=y |
लतानाम् | लता | pos=n,g=f,c=6,n=p |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
आकृतिम् | आकृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
विकृतिम् | विकृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
एति | इ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मनो | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |