शतकत्रयम् — 2.60
Original
Segmented
जात्यन्धाय च दुर्मुखाय च जरा-जीर्ण-अखिल-अङ्गाय च ग्रामीणाय च दुष्कुलाय च गलत्कुष्ठ-अभिभूताय च यच्छन्तीषु मनोहरम् निज-वपु-लक्ष्मि-लव-श्रद्धया पण्य-स्त्रीषु विवेक-कल्प-लतिका-शस्त्री राज्येत कः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जात्यन्धाय | जात्यन्ध | pos=a,g=m,c=4,n=s |
च | च | pos=i |
दुर्मुखाय | दुर्मुख | pos=a,g=m,c=4,n=s |
च | च | pos=i |
जरा | जरा | pos=n,comp=y |
जीर्ण | जृ | pos=va,comp=y,f=part |
अखिल | अखिल | pos=a,comp=y |
अङ्गाय | अङ्ग | pos=n,g=m,c=4,n=s |
च | च | pos=i |
ग्रामीणाय | ग्रामीण | pos=a,g=m,c=4,n=s |
च | च | pos=i |
दुष्कुलाय | दुष्कुल | pos=a,g=m,c=4,n=s |
च | च | pos=i |
गलत्कुष्ठ | गलत्कुष्ठ | pos=n,comp=y |
अभिभूताय | अभिभू | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
यच्छन्तीषु | यम् | pos=va,g=f,c=7,n=p,f=part |
मनोहरम् | मनोहर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
निज | निज | pos=a,comp=y |
वपु | वपु | pos=n,comp=y |
लक्ष्मि | लक्ष्मी | pos=n,comp=y |
लव | लव | pos=n,comp=y |
श्रद्धया | श्रद्धा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
पण्य | पण्य | pos=n,comp=y |
स्त्रीषु | स्त्री | pos=n,g=f,c=7,n=p |
विवेक | विवेक | pos=n,comp=y |
कल्प | कल्प | pos=n,comp=y |
लतिका | लतिका | pos=n,comp=y |
शस्त्री | शस्त्री | pos=n,g=f,c=7,n=p |
राज्येत | राज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |