शतकत्रयम् — 2.42
Original
Segmented
कान्ता इति उत्पल-लोचना इति विपुल-श्रोणी-भरा इति उन्नम्-पीन-उत्तुङ्ग-पयोधरा इति स मुख-अम्भोजा इति सुभ्रूः इति दृष्ट्वा माद्यति मोदते ऽभिरमते प्रस्तौति विद्वान् अपि प्रत्यक्ष-अशुचि-भस्त्रिकाम् स्त्रियम् अहो मोहस्य दुश्चेष्टितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कान्ता | कान्ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
उत्पल | उत्पल | pos=n,comp=y |
लोचना | लोचन | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
विपुल | विपुल | pos=a,comp=y |
श्रोणी | श्रोणी | pos=n,comp=y |
भरा | भर | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
उन्नम् | उन्नम् | pos=va,comp=y,f=part |
पीन | पीन | pos=a,comp=y |
उत्तुङ्ग | उत्तुङ्ग | pos=a,comp=y |
पयोधरा | पयोधर | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
स | स | pos=i |
मुख | मुख | pos=n,comp=y |
अम्भोजा | अम्भोज | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
सुभ्रूः | सुभ्रू | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
माद्यति | मद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मोदते | मुद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ऽभिरमते | अभिरम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्रस्तौति | प्रस्तु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विद्वान् | विद्वस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
प्रत्यक्ष | प्रत्यक्ष | pos=a,comp=y |
अशुचि | अशुचि | pos=a,comp=y |
भस्त्रिकाम् | भस्त्रिका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
स्त्रियम् | स्त्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अहो | अहो | pos=i |
मोहस्य | मोह | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दुश्चेष्टितम् | दुश्चेष्टित | pos=n,g=n,c=1,n=s |