शतकत्रयम् — 2.32
Original
Segmented
सिद्ध-अध्यासित-कन्दरे हर-वृष-स्कन्ध-अवरुज्-द्रुमे गङ्गा-धौत-शिला-तले हिमवतः स्थाने स्थिते श्रेयसि कः कुर्वीत शिरः प्रणाम-मलिनम् म्लानम् मनस्वी जनो यत् वित्रस्त-कुरङ्ग-शाव-नयन न स्युः स्मर-अस्त्रम् स्त्रियः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सिद्ध | सिद्ध | pos=n,comp=y |
अध्यासित | अध्यास् | pos=va,comp=y,f=part |
कन्दरे | कन्दर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
हर | हर | pos=n,comp=y |
वृष | वृष | pos=n,comp=y |
स्कन्ध | स्कन्ध | pos=n,comp=y |
अवरुज् | अवरुज् | pos=va,comp=y,f=part |
द्रुमे | द्रुम | pos=n,g=n,c=7,n=s |
गङ्गा | गङ्गा | pos=n,comp=y |
धौत | धाव् | pos=va,comp=y,f=part |
शिला | शिला | pos=n,comp=y |
तले | तल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
हिमवतः | हिमवन्त् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स्थाने | स्थान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
स्थिते | स्था | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
श्रेयसि | श्रेयस् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुर्वीत | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
शिरः | शिरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रणाम | प्रणाम | pos=n,comp=y |
मलिनम् | मलिन | pos=a,g=n,c=2,n=s |
म्लानम् | म्ला | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
मनस्वी | मनस्विन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
जनो | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यत् | यत् | pos=i |
वित्रस्त | वित्रस् | pos=va,comp=y,f=part |
कुरङ्ग | कुरङ्ग | pos=n,comp=y |
शाव | शाव | pos=n,comp=y |
नयन | नयन | pos=n,g=f,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
स्युः | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
स्मर | स्मर | pos=n,comp=y |
अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |