शतकत्रयम् — 2.30
Original
Segmented
शृङ्गार-द्रुम-नीरदे प्रसृमर-क्रीडा-रस-स्रोतसि प्रद्युम्न-प्रिय-बान्धवे चतुः-अवाच्-मुक्ताफल-उदन्वत् तन्वी-नेत्र-चकोर-पावन-विधौ सौभाग्य-लक्ष्मि-निधि धन्यः को ऽपि न विक्रियाम् कलयति प्राप्ते नवे यौवने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शृङ्गार | शृङ्गार | pos=n,comp=y |
द्रुम | द्रुम | pos=n,comp=y |
नीरदे | नीरद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रसृमर | प्रसृमर | pos=a,comp=y |
क्रीडा | क्रीडा | pos=n,comp=y |
रस | रस | pos=n,comp=y |
स्रोतसि | स्रोतस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रद्युम्न | प्रद्युम्न | pos=n,comp=y |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
बान्धवे | बान्धव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
चतुः | चतुर् | pos=n,comp=y |
अवाच् | अवाञ्च् | pos=a,comp=y |
मुक्ताफल | मुक्ताफल | pos=n,comp=y |
उदन्वत् | उदन्वत् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
तन्वी | तन्वी | pos=n,comp=y |
नेत्र | नेत्र | pos=n,comp=y |
चकोर | चकोर | pos=n,comp=y |
पावन | पावन | pos=a,comp=y |
विधौ | विधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सौभाग्य | सौभाग्य | pos=n,comp=y |
लक्ष्मि | लक्ष्मी | pos=n,comp=y |
निधि | निधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
धन्यः | धन्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
न | न | pos=i |
विक्रियाम् | विक्रिया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कलयति | कलय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्राप्ते | प्राप् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
नवे | नव | pos=a,g=n,c=7,n=s |
यौवने | यौवन | pos=n,g=n,c=7,n=s |