Original

वने रणे शत्रुजलाग्निमध्येमहार्णवे पर्वतमस्तके वा ।सुप्तं प्रमत्तं विषमस्थितं वारक्षन्ति पुण्यानि पुराकृतानि ॥ ९७ ॥

Segmented

वने रणे शत्रु-जल-अग्नि-मध्ये महा-अर्णवे पर्वत-मस्तके वा सुप्तम् प्रमत्तम् विषम-स्थितम् वा रक्षन्ति पुण्यानि पुरा कृतानि

Analysis

Word Lemma Parse
वने वन pos=n,g=n,c=7,n=s
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s
शत्रु शत्रु pos=n,comp=y
जल जल pos=n,comp=y
अग्नि अग्नि pos=n,comp=y
मध्ये मध्य pos=n,g=n,c=7,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
अर्णवे अर्णव pos=n,g=m,c=7,n=s
पर्वत पर्वत pos=n,comp=y
मस्तके मस्तक pos=n,g=m,c=7,n=s
वा वा pos=i
सुप्तम् स्वप् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
प्रमत्तम् प्रमद् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
विषम विषम pos=a,comp=y
स्थितम् स्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
वा वा pos=i
रक्षन्ति रक्ष् pos=v,p=3,n=p,l=lat
पुण्यानि पुण्य pos=a,g=n,c=1,n=p
पुरा पुरा pos=i
कृतानि कृ pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part