शतकत्रयम् — 1.73
Original
Segmented
पापान् निवारयति योजयते हिताय गुह्यम् निगूहति गुणान् प्रकटीकरोति आपद्-गतम् च न जहाति ददाति काले सत्-मित्र-लक्षणम् इदम् प्रवदन्ति सन्तः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पापान् | पाप | pos=a,g=m,c=2,n=p |
निवारयति | निवारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
योजयते | योजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
हिताय | हित | pos=n,g=n,c=4,n=s |
गुह्यम् | गुह् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=krtya |
निगूहति | निगुह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रकटीकरोति | प्रकटीकृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
आपद् | आपद् | pos=n,comp=y |
गतम् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
जहाति | हा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ददाति | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
लक्षणम् | लक्षण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रवदन्ति | प्रवद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सन्तः | सत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |