शतकत्रयम् — 1.54
Original
Segmented
जाड्यम् ह्रीमति गण्यते व्रत-रुचि दम्भः शुचौ कैतवम् शूरे निर्घृण-ता मुनौ विमति-ता दैन्यम् प्रिय-आलापिनि तेजस्विन्य् अवलिप्त-ता मुखर-ता वक्तरि अशक्तिः स्थिरे तत् को नाम गुणो भवेत् स गुणिनाम् यो दुर्जनैः न अङ्कितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जाड्यम् | जाड्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ह्रीमति | ह्रीमत् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
गण्यते | गणय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
व्रत | व्रत | pos=n,comp=y |
रुचि | रुचि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दम्भः | दम्भ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शुचौ | शुचि | pos=a,g=m,c=7,n=s |
कैतवम् | कैतव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
शूरे | शूर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निर्घृण | निर्घृण | pos=a,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मुनौ | मुनि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
विमति | विमति | pos=n,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
दैन्यम् | दैन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
आलापिनि | आलापिन् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
तेजस्विन्य् | तेजस्विन् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
अवलिप्त | अवलिप्त | pos=a,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मुखर | मुखर | pos=a,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वक्तरि | वक्तृ | pos=a,g=m,c=7,n=s |
अशक्तिः | अशक्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स्थिरे | स्थिर | pos=a,g=m,c=7,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नाम | नाम | pos=i |
गुणो | गुण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गुणिनाम् | गुणिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दुर्जनैः | दुर्जन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
न | न | pos=i |
अङ्कितः | अङ्कय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |