शतकत्रयम् — 1.52
Original
Segmented
अकरुण-त्वम् अ कारण-विग्रहः पर-धने पर-योषित् च स्पृहा सु जन-बन्धु-जनेषु अ सहिष्णु-ता प्रकृति-सिद्धम् इदम् हि दुरात्मनाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अकरुण | अकरुण | pos=a,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अ | अ | pos=i |
कारण | कारण | pos=n,comp=y |
विग्रहः | विग्रह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पर | पर | pos=n,comp=y |
धने | धन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पर | पर | pos=n,comp=y |
योषित् | योषित् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
स्पृहा | स्पृहा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
जन | जन | pos=n,comp=y |
बन्धु | बन्धु | pos=n,comp=y |
जनेषु | जन | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अ | अ | pos=i |
सहिष्णु | सहिष्णु | pos=a,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
प्रकृति | प्रकृति | pos=n,comp=y |
सिद्धम् | सिध् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
दुरात्मनाम् | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |