शतकत्रयम् — 1.34
Original
Segmented
सन्त्य् अन्ये ऽपि बृहस्पति-प्रभृतयः संभाविताः पञ्चषाः तान् प्रति एष विशेष-विक्रम-रुचिः राहुः न वैरायते द्वौ एव ग्रसते दिवाकर-निशा-प्राणेश्वरौ भास्करौ भ्रातः पर्वणि पश्य दानवपतिः शीर्ष-अवशेष-आकृतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सन्त्य् | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
बृहस्पति | बृहस्पति | pos=n,comp=y |
प्रभृतयः | प्रभृति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
संभाविताः | सम्भावय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पञ्चषाः | पञ्चष | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रति | प्रति | pos=i |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विशेष | विशेष | pos=n,comp=y |
विक्रम | विक्रम | pos=n,comp=y |
रुचिः | रुचि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राहुः | राहु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
वैरायते | वैराय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
द्वौ | द्वि | pos=n,g=m,c=2,n=d |
एव | एव | pos=i |
ग्रसते | ग्रस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दिवाकर | दिवाकर | pos=n,comp=y |
निशा | निशा | pos=n,comp=y |
प्राणेश्वरौ | प्राणेश्वर | pos=n,g=m,c=2,n=d |
भास्करौ | भास्कर | pos=n,g=m,c=2,n=d |
भ्रातः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पर्वणि | पर्वन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
दानवपतिः | दानवपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शीर्ष | शीर्षन् | pos=n,comp=y |
अवशेष | अवशेष | pos=n,comp=y |
आकृतिः | आकृति | pos=n,g=m,c=1,n=s |