शतकत्रयम् — 1.23
Original
Segmented
जाड्यम् धियो हरति सिञ्चति वाचि सत्यम् मान-उन्नतिम् दिशति पापम् अपाकरोति चेतः प्रसादयति दिक्षु तनोति कीर्तिम् सत्-संगतिः कथय किम् न करोति पुंसाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जाड्यम् | जाड्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
धियो | धी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
हरति | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सिञ्चति | सिच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
वाचि | वाच् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मान | मान | pos=n,comp=y |
उन्नतिम् | उन्नति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
दिशति | दिश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अपाकरोति | अपाकृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
चेतः | चेतस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रसादयति | प्रसादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दिक्षु | दिश् | pos=n,g=f,c=7,n=p |
तनोति | तन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कीर्तिम् | कीर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
संगतिः | संगति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कथय | कथय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पुंसाम् | पुंस् | pos=n,g=m,c=6,n=p |