शतकत्रयम् — 1.21
Original
Segmented
क्षान्तिः चेत् कवचेन किम् किम् अरिभिः क्रोधो ऽस्ति चेद् देहिनाम् ज्ञातिः चेद् अनलेन किम् यदि सुहृद् दिव्य-औषधम् किम्फलम् किम् सर्पैः यदि दुर्जनाः किमु धनैः विद्या ऽनवद्या यदि व्रीडा चेत् किमु भूषणैः सु कवि-ता यद्य् अस्ति राज्येन किम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षान्तिः | क्षान्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
चेत् | चेद् | pos=i |
कवचेन | कवच | pos=n,g=m,c=3,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अरिभिः | अरि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
क्रोधो | क्रोध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
चेद् | चेद् | pos=i |
देहिनाम् | देहिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
ज्ञातिः | ज्ञाति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
चेद् | चेद् | pos=i |
अनलेन | अनल | pos=n,g=m,c=3,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
सुहृद् | सुहृद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
औषधम् | औषध | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किम्फलम् | किम्फल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्पैः | सर्प | pos=n,g=m,c=3,n=p |
यदि | यदि | pos=i |
दुर्जनाः | दुर्जन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
किमु | किमु | pos=i |
धनैः | धन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
विद्या | विद्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ऽनवद्या | अनवद्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
व्रीडा | व्रीडा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
चेत् | चेद् | pos=i |
किमु | किमु | pos=i |
भूषणैः | भूषण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
सु | सु | pos=i |
कवि | कवि | pos=n,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यद्य् | यदि | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
राज्येन | राज्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |