शतकत्रयम् — 1.18
Original
Segmented
अम्भोजिनी-वन-विहार-विलासम् एव हंसस्य हन्ति नितराम् कुपितो विधाता न तु अस्य दुग्ध-जल-भेद-विधौ प्रसिद्धाम् वैदग्धी-कीर्तिम् अपहर्तुम् असौ समर्थः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अम्भोजिनी | अम्भोजिनी | pos=n,comp=y |
वन | वन | pos=n,comp=y |
विहार | विहार | pos=n,comp=y |
विलासम् | विलास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
हंसस्य | हंस | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हन्ति | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नितराम् | नितराम् | pos=i |
कुपितो | कुप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
विधाता | विधातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
तु | तु | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दुग्ध | दुग्ध | pos=n,comp=y |
जल | जल | pos=n,comp=y |
भेद | भेद | pos=n,comp=y |
विधौ | विधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रसिद्धाम् | प्रसिध् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
वैदग्धी | वैदग्धी | pos=n,comp=y |
कीर्तिम् | कीर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अपहर्तुम् | अपहृ | pos=vi |
असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समर्थः | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |