शतकत्रयम् — 1.16
Original
Segmented
हर्तुः याति न गोचरम् किम् अपि शम् पुष्णाति यत् सर्वदा अपि अर्थिभ्यः प्रतिपाद्यमानम् अनिशम् प्राप्नोति वृद्धिम् पराम् कल्प-अन्तेषु अपि न प्रयाति निधनम् विद्या-आख्यम् अन्तः धनम् येषाम् तान् प्रति मानम् उझत नृपाः कस् तैः सह स्पर्धते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हर्तुः | हर्तृ | pos=a,g=m,c=6,n=s |
याति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
गोचरम् | गोचर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
शम् | शम् | pos=i |
पुष्णाति | पुष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्वदा | सर्वदा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अर्थिभ्यः | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=4,n=p |
प्रतिपाद्यमानम् | प्रतिपादय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
अनिशम् | अनिशम् | pos=i |
प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
वृद्धिम् | वृद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पराम् | पर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कल्प | कल्प | pos=n,comp=y |
अन्तेषु | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
न | न | pos=i |
प्रयाति | प्रया | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
निधनम् | निधन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विद्या | विद्या | pos=n,comp=y |
आख्यम् | आख्या | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अन्तः | अन्तर् | pos=i |
धनम् | धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रति | प्रति | pos=i |
मानम् | मान | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उझत | उझ् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
नृपाः | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=p |
कस् | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सह | सह | pos=i |
स्पर्धते | स्पृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |