शतकत्रयम् — 1.106
Original
Segmented
कान्ता-कटाक्ष-विशिखाः न लुनन्ति यस्य चित्तम् न निर्दहति कर्षन्ति भूरि-विषयाः च न लोभ-पाशैः लोकत्रयम् जयति कृत्स्नम् इदम् स धीरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कान्ता | कान्ता | pos=n,comp=y |
कटाक्ष | कटाक्ष | pos=n,comp=y |
विशिखाः | विशिख | pos=n,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
लुनन्ति | लू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
चित्तम् | चित्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
निर्दहति | निर्दह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कर्षन्ति | कृष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
भूरि | भूरि | pos=n,comp=y |
विषयाः | विषय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
लोभ | लोभ | pos=n,comp=y |
पाशैः | पाश | pos=n,g=m,c=3,n=p |
लोकत्रयम् | लोकत्रय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
जयति | जि | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कृत्स्नम् | कृत्स्न | pos=a,g=n,c=2,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धीरः | धीर | pos=a,g=m,c=1,n=s |