शतकत्रयम् — 1.104
Original
Segmented
अप्रिय-वचन-दरिद्रैः प्रिय-वचन-धन-आढ्यैः स्व-दार-परितुष्टैः पर-परिवाद-निवृत्तैः क्वचित् क्वचिन् मण्डिता वसुधा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अप्रिय | अप्रिय | pos=a,comp=y |
वचन | वचन | pos=n,comp=y |
दरिद्रैः | दरिद्र | pos=a,g=m,c=3,n=p |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
वचन | वचन | pos=n,comp=y |
धन | धन | pos=n,comp=y |
आढ्यैः | आढ्य | pos=a,g=m,c=3,n=p |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
दार | दार | pos=n,comp=y |
परितुष्टैः | परितुष् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
पर | पर | pos=n,comp=y |
परिवाद | परिवाद | pos=n,comp=y |
निवृत्तैः | निवृत् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
क्वचिन् | क्वचिद् | pos=i |
मण्डिता | मण्डय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
वसुधा | वसुधा | pos=n,g=f,c=1,n=s |