शतकत्रयम् — 1.103
Original
Segmented
को लाभो गुणिन्-सङ्गमः किम् असुखम् प्राज्ञ-इतरैः सङ्गतिः का हानिः समय-च्युतिः निपुण-ता का धर्म-तत्त्वे रतिः कः शूरो विजित-इन्द्रियः प्रियतमा का अनुव्रता किम् धनम् विद्या किम् सुखम् अ प्रवास-गमनम् राज्यम् किम् आज्ञा-फलम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लाभो | लाभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गुणिन् | गुणिन् | pos=a,comp=y |
सङ्गमः | संगम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
असुखम् | असुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्राज्ञ | प्राज्ञ | pos=a,comp=y |
इतरैः | इतर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सङ्गतिः | संगति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
हानिः | हानि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
समय | समय | pos=n,comp=y |
च्युतिः | च्युति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
निपुण | निपुण | pos=a,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
तत्त्वे | तत्त्व | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रतिः | रति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शूरो | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विजित | विजि | pos=va,comp=y,f=part |
इन्द्रियः | इन्द्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रियतमा | प्रियतम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अनुव्रता | अनुव्रत | pos=a,g=f,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
धनम् | धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विद्या | विद्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अ | अ | pos=i |
प्रवास | प्रवास | pos=n,comp=y |
गमनम् | गमन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आज्ञा | आज्ञा | pos=n,comp=y |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |